7 साल की वैवाहिक तड़प में महिला का घातक प्लान अस्पताल से चुराया 4 महीने का बच्चा, नकदी लेकर भागी – पूरी कहानी जानें!! “ • ˌ

7 साल की वैवाहिक तड़प में महिला का घातक प्लान अस्पताल से चुराया 4 महीने का बच्चा, नकदी लेकर भागी – पूरी कहानी जानें!! “ • ˌ

दक्षिणी दिल्ली। दक्षिण पश्चिम जिला ने सफदरजंग अस्पताल से चुराए गए चार महीने के बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपित महिला अंबेडकर कॉलोनी, अलीपुर गांव निवासी नीतू को गिरफ्तार कर लिया। शादी के सात साल बाद भी बच्चे नहीं होने पर महिला ने अस्पताल से बच्चा चुराने की योजना बनाई थी।

पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि 29 जनवरी को मधुबनी, बिहार निवासी एक महिला ने सफदरजंग अस्पताल की पुलिस चौकी में अपने चार महीने के बेटे के चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। महिला ने बताया कि वह अपने पति और बच्चे के साथ इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में तीन दिन पहले आई थी और वेटिंग हॉल में रह रही थी। वहां उसकी मुलाकात एक महिला से हुई।

क्या है पूरा मामला?
29 जनवरी को सुबह करीब 10:15 बजे महिला अपने बच्चे के लिए दूध लेने के लिए उस महिला के साथ अस्पताल के गेट नंबर एक पर गई थी। दूध लेने के दौरान पीड़ित महिला ने अपने बच्चे को उस महिला को पकड़ा दिया। दस मिनट बाद जब पीड़ित दूध लेकर लौटी तो वह महिला और उसका बच्चा दोनों गायब थे। महिला ने दोनों की तलाश की, मगर उनका कुछ पता नहीं चला।

मेट्रो के टिकट से मिला अहम सुराग
शिकायत मिलने पर सफदरजंग थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इस दौरान वेटिंग रूम में आरोपित महिला का बैग मिला। तलाशी लेने पर बैग में मेट्रो के तीन और डीटीसी के पांच टिकट मिले। मेट्रो की टिकट जहांगीर पुरी से एम्स और एम्स से जहांगीर पुरी की थीं। पुलिस ने जहांगीर पुरी मेट्रो स्टेशन की फुटेज जांची तो 22 जनवरी को महिला जहांगीर पुरी से एम्स की तरफ जाने की फुटेज मिली।

कई और सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पुलिस को महिला करीब 11 बजे एक आटो में बच्चे को लेकर अरबिंदो मार्ग से रिंग रोड होते हुए धौला कुआं की तरफ जाती हुई दिखी।

पुलिस ने ऑटो चालक की तलाश के लिए 20 से अधिक चालकों से पूछताछ की। इस पर उस आटो चालक का पता चला। पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने महिला को बच्चे के साथ भीम राव अंबेडकर अस्पताल के गेट नंबर एक पर छोड़ा था।

दो लोगों के साथ कार में जाती दिखी महिला
भीम राव अंबेडकर अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पता चला कि आरोपित महिला बच्चे को लेकर दो व्यक्तियों के साथ एक कार में बैठकर वहां से गई थी। कार के नंबर की जांच करने पर वह अंबेडकर कॉलोनी, अलीपुर गांव निवासी राजीव के नाम पंजीकृत थी।

शादी के बाद बच्चे नहीं होने पर किया अपहरण
पूछताछ के दौरान नीतू ने बताया कि शादी के सात साल बाद भी उसके बच्चे नहीं हो रहे थे। इससे वह काफी परेशान थी। उसने अपने पित राजीव व ससुर करण सिंह को गर्भवती होने की झूठी जानकारी दे अस्पताल में भर्ती होने की बात कही।
नीतू ने 29 जनवरी को अपने पति को फोन कर बताया कि उसने एक बेटे को जन्म दिया है और वह उसे लेने बीआर अंबेडकर अस्पताल लेने आ जाए। राजीव अपने पिता के साथ अस्पताल पहुंचे और पत्नी नीतू को बच्चे के साथ लेकर घर आ गया।