
Flesh Eating Virus Killed Man: कहते हैं इंसान के दिमाग जितना ही कॉम्प्लेक्स उसका शरीर भी है. कब आपके शरीर में क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है. तभी तो कई बार कुछ ऐसी बीमारियां भी सामने आती हैं, जिनके बारे में डॉक्टर भी वक्त रहते जान नहीं पाते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ इंग्लैंड के रहने वाले एक 20 साल के लड़के के साथ, जिसकी कहानी आपको भी छोटी समस्या को गंभीरता से लेने की सीख देगी.
ल्यूक एब्राहम्स (Luke Abrahams) नाम का लड़का रेलवे में इंजीनियर की नौकरी करता था और वो फुटबॉल का अच्छा खिलाड़ी भी था. ज़िंदगी में बहुत कुछ करने का सपना पाले ल्यूक की मौत एक मेडिकल कनफ्यूज़न की वजह से हो गई. डॉक्टर उसके गले में खराश और दूसरे लक्षणों को एक मामूली समस्या मानते रहे, जबकि उसे अंदर ही अंदर एक खतरनाक वायरस खाए जा रहा था, जिसने आखिरकार उसकी जान ले ली.
खतरनाक वायरस को डॉक्टरों ने टॉन्सिल समझ लिया
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक ल्यूक एब्राहम्स (Luke Abrahams) को पिछले महीने से गले में खराश की शिकायत थी. उसने डॉक्टर के पास जाकर दिखाया तो उन्होंने उसे कुछ एंटीबायोटिक्स लेने के लिए कहा. हालांकि ये दवा कुछ काम नहीं आई और उसके पैरों में दर्द की शिकायत बढ़ गई. जब उसकी तकलीफ बढ़ी तो ल्यूक के पैरेंट्स उसे लेकर नॉर्थम्पटन जनरल अस्पताल पहुंचे, जहां ऑपरेशन टेबल पर ही 23 जनवरी को ल्यूक की मौत हो गई. उसे मौत से पहले पैरों में तीखा दर्द हो रहा था, जिसके बाद डॉक्टर ने ऑनलाइन कंसल्ट करने के बाद उसे पेनकिलर दी थी.
मांस खाने वाले वायरस ने ली जान
डॉक्टर जिसे सामान्य टॉन्सिल समझते रहे, वो दरअसल Lemierre syndrome था, जिसने हट्टे-कट्टे लड़के को दर्दनाक मौत दे दी. ये दरअसल एक बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन होता है, जो गले के ज़रिये खून और नसों को प्रभावित करता है. जब ये बढ़ जाता है तो खून के थक्के जमने लगते हैं और शरीर के लिवर और किडनी जैसे अंग फेल होने लगते हैं. इस बीमारी को लक्षणों के आधार पर ब्लड टेस्ट के ज़रिये पहचाना जा सकता है.