
एक शादी समारोह में मजाक मजाक में दूल्हे की मौत ने दो पड़ोसी गांवों को 200 साल तक दूसरे का दुश्मन बनाए रखा। दोनों गांवों के सीमाएं लगते हुए भी इनमें रहने वाले लोगों के बीच किसी तरह का रोटी-बेटी का रिश्ता रहा। दादा-परदादाओं के जमाने से चले आ रहे मनमुटाव को दूर कर रिश्तों में मिठास अब नई पीढ़ी ने घोली है। दोनों गांवों के लोग एक दूसरे के गले मिलकर सारे गिले शिकवे भुला दिए।
मीडिया से बातचीत में दोनों गांवों के बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि एक गांव से बारात दूसरे गांव गई थी। मजाक मजाक में दूल्हे को टूटी हुई खाट पर बैठा दिया। दूल्हा खाट पर बैठते ही नीचे बैठ गया। फिर उसके सिर में चोट लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। इसी बात से दोनों गांवों के बीच मनमुटाव हो गया और दोनों ने एक दूसरे में शादी ब्याह पर भी रोक लगा दी।
डूंगरपुर जिले के गांव गणेशपुर व खेमपुर में एक ही समाज वगाडिया पाटीदार समाज के लोग रहते हैं। करीब 250 घरों की आबादी है। दोनों गांवों के बीच महज डेढ़ से दो किलोमीटर की दूरी है। खेल खलिहान भी एक दूसरे के मिले हुए हैं। दूल्हे की मौत वाली घटना के बाद दोनों गांवों ने एक दूसरे से सारे रिश्ते नाते तोड़ लिए थे।
ऐसा नहीं है कि ग्रामीणों ने कभी एक होने प्रयास नहीं किए। दोनों तरफ से खूब प्रयास हुए, लेकिन बात नहीं बनी। फिर बुजुर्गों ने युवाओं को भी साथ लिया और इस बार हर हाल में एकजुट होने के प्रयास शुरू किया। इनमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डूंगरपुर के सचिव कुलदीप सूत्रधार व समाज कल्याण अधिकारी अशोक शर्मा की खासी भूमिका रही।
चार दिन पहले कुलदीप सूत्रधार व अशोक शर्मा की मौजूदगी में दोनों गांवों के लोग एक साथ बैठे। इस मौके पर न केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी मौजूद थीं। महिलाओं ने परंपरागत गीतों के साथ घूमर खेली। सभी ने एकजुट रहने का वादा किया। एक दूसरे को फूल मालाएं भी पहनाई गई।