भारत छोड़कर इस देश के लिए क्यों खेलने लगे थे राहुल द्रविड़? लगा दिए थे रनों के अंबार “ • ˌ

भारत छोड़कर इस देश के लिए क्यों खेलने लगे थे राहुल द्रविड़? लगा दिए थे रनों के अंबार

राहुल द्रविड़ को भारत छोड़कर दूसरे देश के लिए क्यों खेलना पड़ा? (Photo: PTI)

राहुल द्रविड़ की गिनती भारत के महान खिलाड़ियों में होती है. उन्होंने 1996 से 2012 तक भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया. अपने इस 16 साल के करियर में उन्होंने 509 मुकाबले खेले, जिसमें 24 हजार से ज्यादा रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 48 शतक भी लगाए थे. लेकिन क्या आपको पता है कि द्रविड़ बीच में भारत को छोड़कर स्कॉटलैंड के लिए खेलने लगे थे. स्कॉटलैंड के लिए खेलते हुए उन्होंने रनों के अंबार लगा दिए थे. सिर्फ 11 पारियों में ही उन्होंने 600 रन ठोक दिए थे. अब सवाल है कि आखिर द्रविड़ ने क्यों इस देश का रुख किया था? आइये जानते हैं.

स्कॉटलैंड के लिए क्यों खेलने लगे थे द्रविड़?

दरअसल, मार्च 2003 में टीम इंडिया ने वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था. इसके बाद ऑफ सीजन के दौरान टीम के कोच जॉन राइट ने उन्हें काउंटी में खेलने की सलाह दी थी. इस दौरान वो बेहतरीन फॉर्म में थे और टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन वनडे में उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बना पा रहे थे.

इसलिए कोच के कहने पर राहुल द्रविड़ ने नेशनल क्रिकेट लीग में स्कॉटलैंड की टीम को जॉइन किया. फिर उन्होंने स्कॉटलैंड के लिए कुल 12 मुकाबले खेले, जिसमें 11 वनडे और पाकिस्तान के खिलाफ एक टूर गेम शामिल था. हालांकि, ये सभी मैच काउंटी के थे, कोई भी इंटरनेशनल मुकाबला नहीं था.

ठोके थे 2 शतक और 8 अर्धशतक

स्कॉटलैंड के लिए राहुल द्रविड़ की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी. पहले मैच में वो सिर्फ 25 रन बना सके थे, वहीं पाकिस्तान के खिलाफ दूसरी ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए. लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी क्लास दिखाई और इंग्लैंड की काउंटी टीम समरसेट के खिलाफ 97 गेंद में 120 रन ठोक दिए. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.

द्रविड़ ने वनडे टूर्नामेंट के 11 मुकाबलों में 66.66 की औसत से 600 रन ठोक दिए, जिसमें 2 शतक और 8 अर्धशतक शामिल थे. इसके बाद वनडे में उनका नया अवतार देखने को मिला था. भारतीय टीम के लिए खेलते हुए उनके प्रदर्शन में काफी सुधार आ गया था. बता दें स्कॉटलैंड में रहकर खेलने के लिए वहां रह रहे भारतीयों ने उनकी मदद की थी. उनके लिए पैसों का इंतजाम किया था ताकि वो टूर्नामेंट खेल सकें.