ट्रेन टिकट की तारीख बदलने पर रेलवे देगा आपको पैसा! ऐसे मिलेगा फायदा

ट्रेन टिकट की तारीख बदलने पर रेलवे देगा आपको पैसा! ऐसे मिलेगा फायदा

भारतीय रेलवे कंफर्म ट्रेन टिकट के लिए रिशेड्यूलिंग पॉलिसी ला रहा है.Image Credit source: gemini

भारतीय रेलवे से सफर करने वाले करोड़ों यात्रियों के लिए एक ऐसी खबर आई है, जो न सिर्फ उनके चेहरे पर मुस्कान लाएगी बल्कि उनकी जेब का बोझ भी हल्का करेगी. अक्सर ऐसा होता है कि अचानक किसी जरूरी काम के आ जाने से या योजना में बदलाव के कारण हमें अपनी तय ट्रेन यात्रा की तारीख बदलनी पड़ती है. मौजूदा व्यवस्था में इसका सीधा मतलब है कन्फर्म टिकट को कैंसिल कराना, कैंसिलेशन चार्ज के रूप में एक मोटी रकम गंवाना और फिर नई टिकट के लिए नए सिरे से जद्दोजहद करना. लेकिन अब यह बदलने वाला है.

दरअसल, रेल मंत्रालय एक ऐसा बदलाव करने जा रहा है, जिसके तहत आप अपनी कन्फर्म टिकट को बिना कैंसिल किए रिशेड्यूल यानी यात्रा की तारीख बदलवा सकेंगे. और सबसे बड़ी बात यह है कि इसके लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा, बल्कि कुछ मामलों में रेलवे आपको पैसे वापस भी करेगा.

कैंसिलेशन चार्ज तो लगेगा नहीं, ऊपर से पैसे भी मिलेंगे

इस नई व्यवस्था का सबसे आकर्षक पहलू यही है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि यह सुविधा जनवरी 2026 से शुरू करने की तैयारी है. इस नियम के लागू होने के बाद अगर आप अपनी यात्रा की तारीख बदलते हैं तो आपको कैंसिलेशन चार्ज के नाम पर एक भी रुपया नहीं देना होगा. इससे भी बढ़कर, अगर आपकी नई यात्रा की टिकट का किराया, पुरानी टिकट के किराए से कम हुआ, तो बचा हुआ पैसा रेलवे आपके खाते में वापस कर देगा.

इसे ऐसे समझिए, प्रीमियम ट्रेनों जैसे राजधानी या शताब्दी में डायनामिक फेयर सिस्टम लागू होता है, यानी मांग के हिसाब से किराया घटता-बढ़ता है. मान लीजिए आपने जिस तारीख को टिकट बुक की थी, उस दिन डायनामिक चार्ज की वजह से किराया 2000 रुपये था. अब आप जिस नई तारीख पर यात्रा करना चाहते हैं, उस दिन किराया केवल 1500 रुपये है. इस स्थिति में रेलवे आपको किराए का अंतर यानी 500 रुपये रिफंड कर देगा. यह यात्रियों के लिए दोहरी राहत की तरह है – एक तो तारीख बदलने का कोई चार्ज नहीं और दूसरा, पैसे वापस मिलने की संभावना.

जनवरी 2026 से बदल जाएगा नियम

रेल मंत्री ने इस महत्वाकांक्षी योजना को हकीकत में बदलने के लिए रेलवे, आईआरसीटीसी (IRCTC) और क्रिस (CRIS) के अधिकारियों को एक साथ मिलकर काम करने के निर्देश दिए हैं. इस सुविधा को शुरू करने के लिए रेलवे का सॉफ्टवेयर और बुकिंग सिस्टम पूरी तरह से अपडेट किया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी रेलवे की तकनीकी शाखा, सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम्स (क्रिस) को दी गई है. जनवरी 2026 की तक यह सुविधा आम यात्रियों के लिए उपलब्ध हो सकती है.

अभी है ऐसी व्यवस्था

अगर हम मौजूदा नियमों की बात करें, तो यह प्रक्रिया काफी जटिल और महंगी है. फिलहाल, अगर किसी यात्री को अपनी यात्रा की तारीख बदलनी होती है, तो उसके पास पुरानी कन्फर्म टिकट को रद्द करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता. टिकट रद्द करने पर रेलवे क्लास के हिसाब से कैंसिलेशन चार्ज वसूलता है. यह चार्ज 60 रुपये से लेकर 240 रुपये प्रति यात्री तक होता है. इतना ही नहीं, हर टिकट पर एक रिजर्वेशन चार्ज भी होता है, जो नॉन-रिफंडेबल होता है. यानी टिकट कैंसिल कराने पर यह पैसा तो डूब ही जाता है.

उदाहरण के लिए, अगर आप ट्रेन छूटने के 48 घंटे पहले एसी फर्स्ट क्लास का टिकट कैंसिल कराते हैं, तो 240 रुपये कैंसिलेशन चार्ज कट जाता है. साथ ही, रिजर्वेशन चार्ज और उस पर लगा जीएसटी भी वापस नहीं मिलता. इस तरह एक टिकट कैंसिल कराने पर यात्री को सैकड़ों रुपये का नुकसान होता है.

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