
पहले ही दिन टाटा कैपिटल के आईपीओ काफी ठंडा रिस्पांस मिला है.
Tata Capital IPO अपने सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन पर आकर खड़ा हो गया है. बुधवार यानी आज शाम 5 बजे तक निवेशक इस आईपीओ को सब्सक्राइब कर सकते हैं. खास बात तो ये है कि इस आईपीओ को अभी तक वैसा रिस्पांस नहीं मिला है, जिस तरह का रिस्पांस पिछले आईपीओ को मिला था. दो दिनों तक इस इश्यू को 75 फीसदी तक ही सब्सक्रिप्शन नहीं मिले हैं. वैसे आखिरी दिन उम्मीद की जा रही है कि आईपीओ फुली सब्सक्राइब्ड हो जाएगा. लेकिन उतना सब्सक्रिप्शन मिलने की उम्मीद नहीं है, जितना पिछले आईपीओ टाटा टेक को मिला था. टाटा टेक को करीब 69 गुना से ज्यादा का सब्सक्रिप्शनल मिला था. लेकिन उस समय सरकारी कंपनी इरेडा कंपनी का आईपीओ सामने था. तब उस कंपनी को 40 गुना से भी कम सब्सक्रिप्शन मिला था. इस बार साउथ कोरियन इलेक्ट्रोनिक्स सामने हैं. जिसे पहले ही दिन 105 फीसदी सब्सक्रिप्शन हासिल हो सका है. ऐसे में सवाल ये है कि टाटा ग्रुप का सबसे बड़ा आईपीओ ब्लॉकबस्टर साबित हो सकेगा या नहीं.
सिर्फ 75 फीसदी हुआ सब्सक्राइब
नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी टाटा कैपिटल लिमिटेड के आईपीओ को मंगलवार को शेयर बिक्री के दूसरे दिन 75 प्रतिशत बोलियां मिलीं. एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी के 33,34,36,996 शेयरों के मुकाबले 24,96,33,260 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. निवेशक श्रेणी में, पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) को 86 प्रतिशत अभिदान प्राप्त हुआ, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए 76 प्रतिशत बोलियां मिलीं. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) की श्रेणी को 67 प्रतिशत अभिदान मिला. टाटा कैपिटल ने शुक्रवार को 68 घरेलू और वैश्विक संस्थागत निवेशकों से 4,642 करोड़ रुपये जुटाए. कंपनी के 15,512 करोड़ रुपये के सार्वजनिक निर्गम के लिए आवेदन बुधवार तक दिये जा सकते हैं. मूल्य दायरा 310-326 रुपये प्रति शेयर है.
कितने शेयर बेच रही है कंपनी
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) का मूल्यांकन मूल्य सीमा के ऊपरी स्तर पर लगभग 1.38 लाख करोड़ रुपये बैठता है. कुल 47.58 करोड़ शेयरों वाले इस आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में 21 करोड़ इक्विटी शेयरों का नया निर्गम और 26.58 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है. ओएफएस घटक के तहत, टाटा संस 23 करोड़ शेयर बेचेगी, जबकि अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) 3.58 करोड़ शेयर बेचेगा. वर्तमान में, टाटा संस के पास टाटा कैपिटल में 88.6 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि आईएफसी के पास 1.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है. आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी के टियर-1 यानी शेयर पूंजी आधार को मजबूत करने और भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा.
ग्रे मार्केट में सिर्फ 6 रुपए ऊपर
वहीं दूसरी ओर ग्रे मार्केट में भी टाटा कैपिटल का शेयर कुछ खास परफॉर्म करता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. 8 सितंबर को कंपनी का जीएमपी सिर्फ 6 रुपए के प्रीमियम के साथ 332 रुपए दिखा रहा है. इसका मतलब है कि इश्यू प्राइस से 6 रुपए ऊपर कारोबार कर रहा है. जबकि 7 अक्टूबर को जबकि 29 सितंबर को कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 353 रुपए पर दिखाई दे रहा था. इसका मतलब है कि मौजूदा जीएमपी रेट 29 सितंबर के लेवल से करीब 6 फीसदी नीचे देखने को मिल रहा है. अगर कंपनी का शेयर 326 रुपए के इश्यू प्राइस से 350 रुपए के बीच लिस्ट होता है तो कंपनी के लिए काफी बेहतर स्थिति होगी.