
ब्रेस्ट कैंसर की जांच
कुछ दशकों पहले तक ब्रेस्ट कैंसर के मामले भी कम आते थे और ये अधिकतर केस 60 साल की उम्र के बाद के आते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. बीते पांच सालों में इस बीमारी के मामले भी बढ़े हैं और अब 30 से 40 साल की उम्र वाली महिलाएं भी इसका शिकार हो रही हैं. ब्रेस्ट कैंसर के कई कारण हैं, लेकिन कुछ रिसर्च में दावा किया गया है कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स भी इस बीमारी के रिस्क से जुड़े हो सकते हैं. ब्रेस्ट कैंसर यूके साइंस पेनल (breastcanceruk.org.uk) में यह रिसर्च प्रकाशित भी की गई है.
रिसर्च के मुताबिक, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में कई तरह के केमिकल होते हैं. इन केमिकल को प्रिज़रवेटिव के रूप में यूज किया जाता है. जब भी कोई महिला कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का यूज करती है तो ये केमिकल स्किन के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं.
ये केमिकल महिला के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के काम को प्रभावित कर सकते हैं और ट्यूमर के खतरे को बढ़ा सकते हैं. हालांकि रिसर्च में यह भी कहा गया है कि इस मामले में अभी मानव अध्ययन कम हैं और निष्कर्ष समान रूप से स्पष्ट नहीं हैं. यह दावा भी नहीं है कि इनसे कैंसर होता ही है, लेकिन फिर भी इनका यूज सीमित मात्रा में करें तो बेहतर है.
ब्रेस्ट कैंसर कम उम्र में क्यों हो रहा?
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल में महिला रोग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सलोनी चड्ढा बताती हैं कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स स्किन को नुकसान कर सकते हैं, लेकिन ब्रेस्ट कैंसर होने का इनसे कोई सीधा संबंध नहीं है. लेकिन फिर भी इन प्रोडक्ट्स को कम करना चाहिए.
डॉ. सलोनी कहती हैं किकम उम्र में ब्रेस्ट कैंसर का मुख्य कारण खराब खानपान और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल है. महिलाओं में स्मोकिंग और शराब के सेवन का चलन भी बढ़ा है जो इस कैंसर के रिस्क फैक्टर है.
डॉ सलोनी बताती हैं कि ऐसे कई केस आते हैं जहां 35 से 40 साल की महिलाएं इस कैंसर का शिकार हो रही है. जबकि पहले इस उम्र में कैंसर के मामले कम आते थे. डॉ सलोनी के मुताबिक, कम उम्र में कैंसर के मामले सामने आने का कारण यह भी है कि अब पहले की तुलना में डायग्नोज ज्यादा हो रहा है और महिला इस बीमारी को लेकर जागरूक भी हो रही हैं.
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण क्या हैं
ब्रेस्ट के अंदर या आसपास एक गांठ
ब्रेस्ट के आकार या आकृति में बदलाव
ब्रेस्ट कीत्वचा में गड्ढे पड़ना
निप्पल का अंदर की ओर मुड़ना