
खाते में आए 1.5 करोड़ रुपये Image Credit source: Social Media
हर कर्मचारी उस दिन का बेसब्री से इंतजार करता है जब उसकी सैलरी अकाउंट में आती है, लेकिन हकीकत यह है कि जो रकम हमें हाथ में मिलती है, वह अक्सर हमारी उम्मीदों से कम होती है. कारण भी साफ है CTC में जो बड़ी-बड़ी रकम दिखाई देती है, उसमें टैक्स, PF, इंश्योरेंस और कई तरह की कटौतियां शामिल होती हैं. नतीजा यह होता है कि महीने की शुरुआत में हम जितनी खुशी से सैलरी का इंतजार करते हैं, उतनी ही जल्दी वह रकम खर्चों में उड़ जाती है.
अब जरा सोचिए, अगर एक दिन गलती से आपके अकाउंट में आपकी सैलरी से कई गुना ज़्यादा पैसे आ जाएं तो आप क्या करेंगे? कुछ सेकंड के लिए शायद आपको लगे कि यह सपना है, लेकिन ऐसा वाकई हुआ है—वह भी चिली में एक शख्स के साथ.
चिली के एक व्यक्ति के अकाउंट में गलती से उसकी असली सैलरी से 330 गुना ज्यादा रकम ट्रांसफर हो गई. यह कोई छोटी-मोटी गलती नहीं थी. रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला इतना अजीब था कि खुद कंपनी भी समझ नहीं पा रही थी कि आखिर यह कैसे हो गया. शुरुआत में उस कर्मचारी ने कंपनी को बताया कि उसे गलती का पता चल गया है और वह यह पैसा वापस कर देगा. लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. कुछ दिनों तक तो वह संपर्क में रहा, मगर फिर अचानक उसने इस्तीफा दे दिया और कंपनी से हर तरह का संपर्क तोड़ लिया.
बैंकिंग की गलती के कारण हुआ ऐसा
कंपनी ने जब देखा कि कर्मचारी ने न केवल पैसा वापस नहीं किया बल्कि नौकरी भी छोड़ दी है, तो उसने उस पर चोरी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करा दिया. मामला अदालत तक पहुंचा और लगभग तीन साल तक यह कानूनी लड़ाई चलती रही. कंपनी का कहना था कि कर्मचारी ने जानबूझकर पैसा नहीं लौटाया, इसलिए यह चोरी के अंतर्गत आता है. दूसरी तरफ, बचाव पक्ष ने दलील दी कि यह एक बैंकिंग गलती थी और उनके मुवक्किल ने किसी तरह का अपराध नहीं किया.
लंबी सुनवाई के बाद सैंटियागो की अदालत ने फैसला सुनाया कि यह मामला चोरी का नहीं है, बल्कि अनऑथराइज्ड कलेक्शन यानी गलती से प्राप्त धनराशि का मामला है. अदालत ने कहा कि चूंकि व्यक्ति ने जब पैसा प्राप्त किया, तब कोई हिंसा, धोखाधड़ी या जानबूझकर गैरकानूनी काम नहीं किया, इसलिए इसे अपराध की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता. इस फैसले के बाद कंपनी को बड़ा झटका लगा, जबकि उस कर्मचारी के लिए यह किसी लॉटरी जीतने से कम नहीं था. अदालत के आदेश के मुताबिक, वह रकम अब उसके पास रह सकती है और उसे किसी आपराधिक सजा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
लोगों ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
हालांकि अदालत के फैसले के बाद भी कंपनी हार मानने के मूड में नहीं है. उन्होंने कहा है कि वे इस निर्णय की समीक्षा के लिए उच्च अदालत में अपील दायर करेंगे ताकि पैसा वापस हासिल किया जा सके. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे. कुछ ने कहा कि अगर उनके साथ ऐसा होता, तो वे भी शायद वही करते जो उस शख्स ने किया. जबकि कुछ लोगों ने इसे नैतिकता के खिलाफ बताया.
कई लोगों ने यह भी लिखा कि यह मामला हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम ऐसी स्थिति में क्या करते. क्या हम तुरंत पैसा लौटाते या उसे किस्मत का तोहफा मान लेते? कुल मिलाकर, यह मामला दिखाता है कि एक छोटी सी गलती कैसे किसी की किस्मत बदल सकती है. जहां कंपनी नुकसान झेल रही है, वहीं वह कर्मचारी अब शायद अपनी नई जिंदगी में खुश है. और बाकी लोग? वे बस यही सोच रहे हैं—काश ऐसी गलती हमारे साथ भी हो जाती!