दो साल के आदित्य का दिमाग है या कंप्यूटर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ नाम; जानें क्या है इनकी कामयाबी

दो साल के आदित्य का दिमाग है या कंप्यूटर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ नाम; जानें क्या है इनकी कामयाबी

आदित्य राम

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में 2 साल के बच्चे ने अपना नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स दर्ज कराया. अपनी अद्भुत याद करने की शक्ति से बच्चे ने यह उपलब्धि हासिल की है. आदित्य राम नाम के बच्चे ने 28 भारतीय राज्यों की राजधानियों, कर्नाटक के 31 जिलों और 12 राष्ट्रीय प्रतीकों को याद करके इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाई है. आमतौर पर बहुत से बच्चे 2 साल तक ठीक से बोल भी नहीं पाते हैं, लेकिन आदित्य ने एक अनोखी मिसाल पेश की है.

2 साल के आदित्य राम ने अपनी उम्र से कहीं ज्यादा बड़ी उपलब्धि हासिल की है. दक्षिण कन्नड जिले के बंटवाल तालुक के विट्ठल के रहने वाले आदित्य राम ने अपनी अद्भुत याददाश्त से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाई है. आदित्य राम मूल रूप से रामनगर के रहने वाले रामकृष्ण और दीपिका के बेटे हैं. उन्होंने 28 भारतीय राज्यों की राजधानियों के नाम, कर्नाटक के 31 जिलों के नाम और 12 देशों के राष्ट्रीय प्रतीकों को याद करके यह उपलब्धि हासिल की है.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स

इसके अलावा, आदित्य 23 राष्ट्रीय नेताओं और 8 कन्नड़ ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेताओं के नाम भी आसानी से बता सकता है. उसे 16 फलों, 32 जानवरों, 12 आकृतियों, 8 ग्रहों, हिंदी वर्णमाला के अक्षरों और 24 देशों के झंडों को भी पहचान है. हकलाती हुई जबान में भी फ्लूएंट उत्तर देने वाले इस लड़के ने सबको हैरान कर दिया है. इससे पहले साल 2022 में भी हासन के ढाई साल के यत्विक डी गौड़ा ने केवल 34 सेकंड में भारत के सभी राज्यों और राजधानियों के नाम बताकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया था.

याद करने की अदम्य पावर

साल 2020 में तुमकुर की दो साल की बच्ची जानवी जगदेव ने 21 रंगों की पहचान करके कीर्तिमान स्थापित किया था. आदित्य के इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करवाने से उनका परिवार काफी खुश हैं. बीते काफी समय से आदित्य सभी चीजों का याद कर रहा था. अपनी अदम्य याद करने की पावर का परिचय देते उसने एक नया मुकाम हासिल किया है.

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