उत्तर बंगाल के नागराकाटा में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए पहुंचे बीजेपी विधायक शंकर घोष और सांसद खगेन मुर्मू पर हमले के मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कहा, “जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों, सांसदों और विधायकों पर हमला बेहद चौंकाने और स्तब्ध करने वाला है, ऐसा लोकतंत्र में कभी नहीं होना चाहिए था… बंगाल जैसे प्रबुद्ध राज्य में इसे जारी रहने नहीं दिया जा सकता.
वहीं इस घटना के खिलाफ दिल्ली के हेली रोड स्थित बंगाल भवन के बाहर बीजेपी नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाला है कि यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ. पुलिस से भारत के संविधान और कानून के शासन को बनाए रखने की अपेक्षा की जाती है, लेकिन वे मिलीभगत कर रहे हैं और अपना कर्तव्य नहीं निभा रहे हैं.
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी- राज्यपाल
सी.वी. आनंद बोस ने इस घटना को बहुत दुखद बताया है, साथ ही कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जोर दिया कि मैं सुनिश्चित करूंगा कि 24 घंटे के भीतर अपराधी पकड़े जाएं. अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी MP और MLA पर हमला
सोमवार को BJP सांसद खगेन मुर्मू और MLA शंकर घोष बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचे थे, जहां पर स्थानीय लोगों ने उनपर हमला कर दिया था. हमले में बुरी तरह जख्मी BJP नेताओं को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. BJP नेताओं ने इस हमले को सत्तारूढ़ TMC की साजिश और आदिवासियों का अपमान बताया है, इसी को लेकर बीजेपी विरोध प्रदर्शन कर रही है.
हमले को लेकर बीजेपी का बाड़ा दावा
बीजेपी ने बताया कि बीजेपी विधायक डॉ. शंकर घोष राहत कामों का निरीक्षण कर रहे थे, तब उनके काफिले पर लोगों ने पत्थर फेंके. घोष के बाएं चेहरे की हड्डी (मैक्सिला) टूटने की वजह से उनकी बाईं आंख के नीचे का हिस्सा गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है. हमले के बाद आई वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बीजेपी नेता खून से लथपथ हैं और पार्टी कार्यकर्ता उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं.