
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी.
रायबरेली में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या और सीजेआई पर हमले के मामले में कांग्रेस ने केंद्र और राज्य (यूपी) की बीजेपी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. इन मुद्दों पर कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी संयुक्त बयान जारी करेंगे. जानकारी के मुताबिक दलित गरीब हो या सीजेआई, बीजेपी राज में ये निशाने पर, संविधान-लोकतंत्र खतरे में… इस थीम पर कांग्रेस रणनीति तैयार कर रही है.
इसके साथ ही यूपी में दलित युवक की हत्या के मामले में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ मिलकर सियासी हमला भी जारी रहेगा. वहीं बिहार चुनाव में भी इसे मुद्दा बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई है.
प्रधान न्यायाधीश पर हमला संविधान पर हमला: कांग्रेस
कांग्रेस ने प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई की ओर कथित तौर पर जूता उछालने की कोशिश की घटना की निंदा करते हुए सोमवार को कहा कि यह सिर्फ उन पर नहीं, बल्कि संविधान पर भी हमला है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को कार्यवाही के दौरान एक वकील (71) ने न्यायमूर्ति गवई की ओर कथित तौर पर जूता उछालने की कोशिश की.
घटना के बाद सीजेआई ने अपना संयम बनाए रखा और अदालत कक्ष में उपस्थित वकीलों से अपनी दलीलें जारी रखने का आग्रह किया. आरोपी वकील की पहचान बाद में मयूर विहार निवासी राकेश किशोर के रूप में की गयी. वह मंच के पास पहुंचा, अपना जूता निकाला और उसे न्यायाधीशों की ओर उछालने का प्रयास किया.
भारत के सीजेआई पर हुए हमले की निंदा
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा कि सीजेआई पर हमला सिर्फ उनपर नहीं, बल्कि संविधान पर भी हमला है. सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट में भारत के सीजेआई पर हुए हमले की निंदा करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं हैं. यह न केवल उनपर (सीजेआई पर), बल्कि हमारे संविधान पर भी हमला है. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सीजेआई गवई बहुत सहृदय हैं, लेकिन राष्ट्र को गहरी पीड़ा और आक्रोश के साथ एकजुट होकर उनके साथ खड़ा होना चाहिए.
सीजेआई पर हमले का प्रयास शर्मनाक
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट किया, सुप्रीम कोर्ट में भारत के सीजेआई पर हमले का प्रयास शर्मनाक और घृणित है. यह हमारी न्यायपालिका की गरिमा और कानून के शासन पर हमला है. उन्होंने कहा कि जब योग्यता, ईमानदारी और दृढ़शक्ति के माध्यम से देश के सर्वोच्च न्यायिक पद तक पहुंचे व्यक्ति को इस तरह से निशाना बनाया जाता है, तो यह एक बहुत परेशान करने वाली बात है. यह उस व्यक्ति को डराने और अपमानित करने के प्रयास को दर्शाता है, जिसने संविधान को बनाए रखने के लिए सामाजिक बाधाओं को तोड़ा है.
न्यायपालिका की सुरक्षा और संरक्षा सर्वोपरि
खरगे ने कहा कि इस तरह की हरकत से पता चलता है कि पिछले एक दशक में नफरत और कट्टरता ने हमारे समाज को किस तरह से अपनी चपेट में ले लिया है. उन्होंने कहा, कांग्रेस की ओर से मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. हमारी न्यायपालिका की सुरक्षा और संरक्षा सर्वोपरि है. न्याय और तर्क को प्रबल होने दें, भय को नहीं.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सीजेआई पर हमला हमारी न्यायपालिका की गरिमा और संविधान की भावना पर हमला है. हमारे देश में इस तरह की घृणा के लिये कोई जगह नहीं है और ऐसे कृत्य की निंदा होनी चाहिए.