
राजिंदर गुप्ता राज्यसभा सांसद उम्मीदवार
पंजाब में आम आदमी पार्टी ने रविवार को पंजाब के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक और प्रमुख उद्योगपति राजिंदर गुप्ता को 24 अक्टूबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है. यह उपचुनाव आप के संजीव अरोड़ा के इस्तीफे के बाद खाली स्थान को भरने के लिए हो रहा है, जिन्होंने विधानसभा में निर्वाचित होने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दिया था. आइए हम आपको राजिंदर गुप्ता की दौलक के बारे में बताते हैं.
राजिंदर गुप्ता, संजीव अरोड़ा की जगह पर उच्च सदन के लिए नामित किए गए हैं. अरोड़ा का कार्यकाल 9 अप्रैल, 2028 को समाप्त होना था. वर्तमान में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाले पंजाब मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में कार्यरत हैं. पार्टी ने एक बयान में कहा कि राजनीतिक मामलों की समिति पंजाब विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों की ओर से राज्यसभा के चुनाव के लिए राजिंदर गुप्ता को उम्मीदवार के रूप में नामित करने की घोषणा करती है.
राजिंदर गुप्ता कौन हैं?
राजिंदर गुप्ता पंजाब के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं. साल 2025 में उनकी कुल संपत्ति 1.2 बिलियन डॉलर यानी लगभग 10,000 करोड़ रुपये है. गुप्ता का जन्म बठिंडा में कपास व्यापारी नोहर चंद के घर हुआ था. साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले राजिंदर गुप्ता ने कई प्रशासनों में प्रमुख सरकारी पदों पर कार्य करके राजनीति में अपनी पहचान बनाई है.
इन कंपनियों के हैं मालिक
राजिंदर गुप्ता ट्राइडेंट समूह की प्रमुख कंपनी ट्राइडेंट लिमिटेड के संस्थापक हैं और वह पहली पीढ़ी के बिजनेसमैन हैं. व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्हें 2007 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. साल 2022 में, गुप्ता ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए ट्राइडेंट समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के पद से इस्तीफा दे दिया और वर्तमान में समूह के मानद अध्यक्ष हैं.
इसके अलावा उनका लुधियाना स्थित ट्राइडेंट ग्रुप भी है. जो कपड़ा, कागज और रसायन के सेक्टर में काम करता है और इसकी मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज पंजाब और मध्य प्रदेश में हैं. राजिंदर गुप्ता इससे पहले कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल-भाजपा सरकारों में भी पदों पर रह चुके हैं. गुप्ता ने कांग्रेस (2012-2017) और शिरोमणि अकाली दल और भाजपा (2017-2022) दोनों सरकारों के तहत 2012 से 2022 तक पंजाब राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष के तौर भी काम किया है.