
मैनेजर-कर्मचारी की बातचीत हुई वायरलImage Credit source: Pixabay/Reddit/r/IndianWorkplace
सिरदर्द, थकान या बुखार होना आम बात है. ये सामान्य बीमारियां हैं, जो कभी भी किसी को भी हो सकती हैं और जाहिर है बीमार होने की हालत में इंसान का कोई भी काम करने का मन नहीं करता या यूं कह सकते हैं कि वो कर ही नहीं पाएगा. अब जरा सोचिए कि ऐसी हालत में कोई आपको काम करने के लिए ऑफिस बुलाए तो कैसा लगेगा? जी हां, ऐसा ही एक मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसके बारे में जानकर लोग हैरान भी हैं और गुस्से में भी.
दरअसल, मामला ये है कि एक कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी ने सिरदर्द की शिकायत होने पर अपने मैनेजर से छुट्टी मांगी, लेकिन उसने उसे छुट्टी देने से मना कर दिया, जिसके बाद कर्मचारी ने मैनेजर के साथ व्हाट्सऐप पर हुई चैट सोशल मीडिया पर वायरल कर दी, जिसमें आप देख सकते हैं कि मैनेजर ने छुट्टी न देने का क्या बहाना बनाया और किस तरह कर्मचारी को बीमार होने पर भी ऑफिस आने के लिए मजबूर किया.
‘दवा ले लो और ऑफिस आ जाओ’
कर्मचारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर व्हाट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है और कैप्शन में लिखा है, ‘सिरदर्द के साथ कोई काम कैसे कर सकता है?’. चैट के अनुसार, मैनेजर ने कर्मचारी से कहा कि ‘दवा ले लो और ऑफिस आ जाओ. सिरदर्द ही तो है, ठीक हो जाएगा’. इसपर कर्मचारी कहता है कि ‘डोलो था, वो लेके देखता हूं’. फिर थोड़ी देर बात कर्मचारी ने फिर से मैनेजर को मैसेज किया कि ‘अभी भी हो रहा है सिरदर्द, नहीं आ पाऊंगा ऑफिस’. इसके बाद मैनेजर ने कहा, ‘दवाई लो ना हीरो. सिरदर्द में छुट्टी थोड़ी ना मिलती है. स्कूल में नहीं हो, अब आप कंपनी में हो. थोड़ा आराम भले ही कर लो, लेकिन ऑफिस आओ’.
देखें मैनेजर-कर्मचारी की व्हाट्सऐप चैट
My manager when I ask for a leave
byu/Warthei inIndianWorkplace
वायरल पोस्ट पर यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
अब सोशल मीडिया पर जैसे ही ये पोस्ट वायरल हुई, लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी. किसी ने कहा कि ‘ये बहुत भयानक है. आप बीमारी की छुट्टी के हकदार हैं, बस इसके लिए आवेदन कर दीजिए’, तो किसी ने कहा, ‘हमेशा याद रखें कि वो आपकी जगह किसी और को लाने से पहले दो बार नहीं सोचेंगे, कभी भी अपना 100 प्रतिशत न दें’. वहीं, कुछ यूजर्स ने ये भी कहा कि ‘यार, ऑफिस मत जाओ. अपनी बात पर अड़े रहो, किसी दूसरे इंसान को अपनी सीमाएं पार करने मत दो’.