
किसने अमिताभ बच्चन को दी थी टक्कर?
Indian Actor With 140 Films: हिंदी सिनेमा में कई इंडस्ट्री का योगदान रहा है. साथ ही उन एक्टर्स का भी हाथ है, जो कभी एक्टिंग की दुनिया में आने की बातें सोचते भी नहीं थे. और अगर कभी ऐसा सोचा भी होता, तो परिवार भी उनकी इस बात से सहमत नहीं था. लेकिन किस्मत को जो मंजूर होता है, उसे कौन बदल सकता है? यहां जिस एक्टर की बात हो रही है, वो अपने करियर में 140 से ज्यादा फिल्में दे चुके हैं. अपनी एक्टिंग से थिएटर्स में खूब धुआं उठाया. जिनका जन्म पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था. आज एक्टर की बर्थ एनिवर्सरी है, क्योंकि वो अब हमारे बीच नहीं हैं. पर उनकी फिल्में इस बात का सबूत है कि उन्होंने जो धमाल मचाया है, वो हर किसी के बस की बात नहीं है. कौन है ये एक्टर?
यहां जिस एक्टर की बात हो रही है, वो अमिताभ बच्चन को कड़ी टक्कर देते रहे हैं. बावजूद इसके दोनों के बीच गहरी दोस्ती और सम्मान था. यह कोई और नहीं, बल्कि विनोद खन्ना हैं. जिन्होंने 1968 में अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद कई फिल्मों में काम किया, जिसमें ‘मेरे अपने’, ‘मेरा गांव मेरा देश’,’अचानक’ शामिल हैं. हालांकि, 1970 के आखिर में ‘अमर अकबर एंथनी’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों से छा गए. पर कभी उनके पिता ने इसी एक्टिंग के लिए एक्टर पर बंदूक तान दी थी.
क्यों विनोद खन्ना पर पिता ने तानी बंदूक?
विनोद खन्ना हिंदी सिनेमा के वो सुपरस्टार हैं, जिन्होंने कई सुपरहिट और ब्लॉकबस्टर दी है. अपनी शानदार एक्टिंग से हर किसी का दिल जीतते रहे. पर उन्हें लेकर एक किस्सा काफी छाया रहा, जो खुद उन्होंने बताया था. बात है साल 1968 की. जब एक्टर ने ‘मन का मीत’ नाम की फिल्म से करियर शुरू किया. फिल्म को सुनील दत्त ने प्रोड्यूस किया था. वहीं, Adurthi Subba Rao डायरेक्टर थे. वहीं, पिक्चर में विनोद खन्ना को विलेन का रोल मिला था. जिसकी जानकारी वो जल्द ही घर लौटकर पिता को देना चाहते थे.
पर जैसे ही घर पहुंचकर उन्होंने पिता को बताया कि उन्हें सुनील दत्त से फिल्म में रोल मिला है. तो जैसी चीजें वो चाहते थे, वैसी नहीं रही. उनके पिता Kishanchand Khanna यह बात सुनकर काफी गुस्से में आ गए. वो इतना आगबबूला हुए कि बेटे विनोद खन्ना पर बंदूक ही तान दी. साथ ही कह दिया कि- अगर तुम फिल्मों में गए, तो तुम्हें गोली मार दूंगा… दरअसल उनके पिता चाहते थे कि बेटा बिजनेसमैन बने. पर वक्त के साथ-साथ वो रुके नहीं, बल्कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान हासिल की.
कैसे मिला था पहली फिल्म का ऑफर?
एक इंटरव्यू में खुद विनोद खन्ना ने बताया था कि पार्टी में सुनील दत्त से मुलाकात हुई थी. उस समय सुनील दत्त एक नए एक्टर की तलाश में थे, जिसे अपनी फिल्म में रोल देना था. पर जैसे ही उनकी नजर विनोद खन्ना पर पड़ी, तो उन्हें तुरंत रोल ऑफर कर दिया. पिता यह नहीं चाहते थे, पर उनकी मां ने विनोद खन्ना के लिए 2 साल का वक्त मांगा था. बताते चलें कि पहली फिल्म के बाद उन्होंने एक हफ्ते में 15 फिल्में साइन कर ली थी.