
राहुल, तेजस्वी, मुकेश सहनी और दीपकंर भट्टाचार्य.
बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर रविवार को बैठक हुई. यह बैठक कॉर्डिनेशन के अध्यक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर हुई. बैठक में शामिल घटक दल के नेताओं ने कहा है कि हमलोगों के बीच सीटों का बंटवारा फाइनल हो गया है. दो दिन के अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दे दी जाएगी.
बैठक के बाद बैठक से बाहर आते हुए विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश साहनी ने पत्रकारों से कहा कि “सभी चीजें तय हो चुकी हैं.” उन्होंने कहा, “लेकिन, कृपया मुझे विस्तृत जानकारी देने से माफ करें. हम परसों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब कुछ घोषित करेंगे.”
बिहार में मतदाता सूची के SIR का काम पूरा हो चुका है और मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की तैयारियों को लेकर चुनाव आयोग के अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. ऐसे में यह माना जा रहा है कि चुनाव आयोग की ओर से जल्द ही चुनाव का ऐलान होगा. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने सीट बंटवारे को लेकर बातचीत तेज कर दी है.
तेजस्वी यादव के आवास पर हुई बैठक
इसी सिलसिले में रविवार को तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई. सूत्रों का कहना है कि बैठक में सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला हो गया है, हालांकि अभी यह आंकड़ा सामने नहीं आया है कि कौन पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
हालांकि, राजद के राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता ने ने कहा, “ज़्यादातर मुद्दों पर चर्चा हो चुकी है. कुछ मुद्दों का समाधान होना बाकी है, लेकिन, दो दिनों में सब कुछ तय हो जाएगा और हम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब कुछ घोषित करेंगे.”
इससे पहले, तेजस्वी यादव के आवास पर जाते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार और राज्य के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा था कि बैठक में “सीटों का बंटवारा” और “संभावित उम्मीदवार” प्रमुख मुद्दे थे.
सीटों को लेकर थी अलग-अलग मांग
2020 के विधानसभा चुनावों में, राजद ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सबसे खराब था क्योंकि उसने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन केवल 19 पर जीत हासिल की. वाम दलों ने पांच साल पहले बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसमें सीपीआई-एमएल ने 19 में से 12 पर जीत हासिल की थी, जबकि सीपीएम ने 4 में से 2 और सीपीआई ने 6 में से 2 सीटें जीती थीं.
इस बार, विपक्षी गठबंधन में शामिल होने वाली कम से कम तीन और पार्टियाँ हैं: मुकेश सहनी की विकासशील इन्सान पार्टी, जेएमएम और चिराग के चाचा के नेतृत्व वाला एलजेपी का अलग गुट पशुपति पारस भी शामिल हैं. सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी मांग रखी थी.