बिहार में कुछ ही दिनों में मतदान की तारीखों का ऐलान हो जाएगा. बिहार चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल जुट गए हैं. NDA में सीट शेयरिंग को लेकर बीजेपी ने बैठकें शुरू कर दी हैं. बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान जीतनराम मांझी से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं. धर्मेंद्र के साथ विनोद तावड़े और सम्राट चौधरी को भी देखा गया है.
जीतनराम मांझी अपनी पार्टी के लिए 18 से 20 सीट लेने की मांग पर अड़े हुए हैं. बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर मांझी को मनाने के लिए तीनों नेता पहुंचे थे. हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक मांझी की नाराजगी अब भी बरकरार है.
क्या है बैठक का एजेंडा?
मुलाकात का मुख्य एजेंडा आने वाले बिहार चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर रणनीति तय करना है. पिछले कुछ हफ्तों से बीजेपी और घटक दलों के बीच लगातार संवाद चल रहा है, लेकिन आज की बैठक को निर्णायक हो सकती है. बीजेपी नेतृत्व की ओर से साफ रणनीति के साथ धर्मेंद्र प्रधान और सम्राट चौधरी मांझी से मिलेंगे.

बातचीत में उन सीटों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां बीजेपी और घटक दलों के बीच सीधा मुकाबला या संभावित तालमेल हो सकता है. बीजेपी की ओर से संभावित सीटों की सूची, संगठन की स्थिति और मतदाताओं की धारणा पर विस्तार से विचार-विमर्श किया जा सकता है.
बिहार में कब होंगे चुनाव?
चुनाव आयोग ने अभी चुनावों की तारीख का तो ऐलान नहीं किया है, लेकिन रविवार को की गई प्रेस कॉनफ्रेंस में कहा गया है कि चुनावों को 22 नवंबर से पहले पूरा करा लिया जाएगा. जिससे जाहिर है कि अगले महीने बिहार में वोटिंग हो सकती है. JDU ने आयोग से छट के फोरन बाद एक चरण में मतदान कराने की मांग की है, ताकि बाहर से आए हुए लोग भी अपना वोट डाल सकें.