मध्यप्रदेश में कफ सिरप से हुई बच्चों की मौतों के बाद सरकार और प्रशासन एक्शन में है. छिंदवाड़ा के परासिया स्थित सिविल अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को गिरफ्तारी के बाद अब निलंबित कर दिया गया है.
डॉ. प्रवीण सोनी की ओर से दिए जहरीले कोल्ड्रिफ सिरप से 11 बच्चों की मौत हो गई थी. जिसके बाद से पूरे सूबे में हड़कंप मचा हुआ है और जांच जारी है. मामले की जांच में पता चला कि डॉ. सोनी ने ऐसी दवाएं लिखी थी, जिनका शिशुओं के गुर्दे पर बुरा असर पड़ा, जिससे उनकी मौत हो गई.
Bhopal | Madhya Pradesh CMO- “On the instructions of Chief Minister Dr Mohan Yadav, Dr Praveen Soni, a paediatrician posted in Parasia, Chhindwara district, has been suspended with immediate effect. He has been suspended for negligence in the treatment of infants. Following his https://t.co/2oKfkOFkWE
— ANI (@ANI) October 5, 2025
क्या बोले स्वास्थ्य आयुक्त?
स्वास्थ्य आयुक्त तरुण राठी की ओर से रविवार को जारी निलंबन आदेश में कहा गया है, “छिंदवाड़ा जिले के परासिया स्थित सिविल अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी निजी प्रैक्टिस करते पाए गए, जिसके दौरान उन्होंने इलाज के लिए अपने पास लाए गए शिशुओं को कुछ उनकी लिखी दवाएं लेने के बाद, इनमें से कई बच्चों को तेज बुखार और पेशाब में कठिनाई हुई, जिसके बाद उनमें से कुछ की दुखद मौत हो गई.
सोनी के खिलाफ मामला दर्ज
SP अजय पांडे ने मीडिया को बताया, “BMO की रिपोर्ट के आधार पर 105 BNS, 276 BNS और 27 (ए) ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में सबसे ज़्यादा बच्चों का इलाज डॉ. प्रवीण सोनी ने किया था. उन्होंने कोल्ड्रिफ दवा लिखी थी… इसी आधार पर उन्हें इस मामले में आरोपी बनाया गया है. निर्माण कंपनी तमिलनाडु की श्रीसन फार्मास्युटिकल्स को भी इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है, डॉक्टर पुलिस हिरासत में है…”