
दिवाली से पहले कर सकते हैं ये बिजने
त्योहारों का मौसम सिर्फ रौशनी और खुशियों का नहीं होता, बल्कि ये समय होता है छोटे व्यापारियों और पार्ट-टाइम कारोबार शुरू करने वालों के लिए बड़ा अवसर बनने का. दिवाली, छठ पूजा और नवरात्रि जैसे पर्वों के दौरान बाजार की रौनक बढ़ जाती है. सजावटी सामान से लेकर पूजा सामग्री तक हर चीज की मांग अचानक कई गुना बढ़ जाती है. यही वजह है कि अगर आप अब कोई छोटा बिजनेस शुरू करते हैं, तो दिवाली तक अच्छी कमाई कर सकते हैं. खास बात यह है कि इनमें से कई काम इतने आसान हैं कि नौकरी या पढ़ाई के साथ भी किए जा सकते हैं. सिर्फ थोड़ी समझदारी और सही समय पर शुरुआत की जरूरत है. इसके लिए आपको बहुत ज्यादा पैसे भी नहीं खर्च करने की जरूरत है.
सजावटी सामान से होगी तगड़ी कमाई
त्योहारी सीजन में हर कोई अपने घर, दुकान और दफ्तर को सजाना चाहता है. ऐसे में डेकोरेटिव लाइट्स, वॉल हैंगिंग्स, रंगोली स्टिकर्स और आर्टिफिशियल फूलों की मांग तेजी से बढ़ जाती है. इस तरह के सामान थोक बाजारों में सस्ते दामों पर मिल जाते हैं जिन्हें रिटेल में बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. अगर आपके पास दुकान नहीं है, तो सड़क किनारे स्टॉल लगाकर या सोसाइटियों में वैन से भी बिक्री की जा सकती है.
दीयों का से कमा सकते हैं मोटा पैसा
नवरात्रि से लेकर दिवाली तक मिट्टी के दीयों की डिमांड हमेशा ऊंचाई पर रहती है. दीयों को आप खुद बना सकते हैं या फिर कुम्हारों से थोक में खरीदकर बेच सकते हैं. छोटे स्तर पर शुरुआत करने के लिए मोल्ड्स और एक साधारण मशीन की मदद से घर बैठे दीये बनाना भी संभव है. इन दीयों को रंग-बिरंगे रंगों से सजाकर उनकी बिक्री और भी बढ़ाई जा सकती है.
पूजा सामग्री में बंपर कमाई
अगरबत्ती, कपूर, धूपबत्ती, चंदन, रोली, कलावा जैसी पूजन सामग्री की मांग त्योहारों पर कई गुना बढ़ जाती है. ये चीजें कम दाम में थोक में मिलती हैं और इनका मार्जिन अच्छा होता है. एक छोटे से स्टॉल या खोखे से इसकी बिक्री शुरू की जा सकती है. कुछ व्यापारी घर-घर जाकर भी इसकी बिक्री करते हैं, खासतौर पर उन इलाकों में जहां पूजा-पाठ ज्यादा होता है.
इलेक्ट्रॉनिक लाइट्स से रौशन हो सकती है आपकी कमाई
त्योहारों पर सजावटी लाइट्स की खपत बेतहाशा बढ़ जाती है. खासकर LED लाइट्स, झालर और सेंसर लाइट्स की मांग बहुत अधिक होती है. आप इन्हें थोक में खरीदकर रिटेल में बेच सकते हैं. छोटी दुकानों, हाट बाजार या सोसाइटी के गेट पर स्टॉल लगाकर भी इनकी बिक्री संभव है. मुनाफे का मार्जिन भी अच्छा होता है, और इनकी बिक्री आखिरी दिन तक चलती रहती है.
मूर्तियां, मोमबत्तियां भी बंपर बिकती हैं
दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां हर घर की जरूरत बन जाती हैं. इन मूर्तियों के साथ-साथ डिजाइनर मोमबत्तियां भी खूब बिकती हैं. मिट्टी, प्लास्टिक या रेजिन से बनी मूर्तियां थोक बाजारों से लेकर सीधे कलाकारों से भी खरीदी जा सकती हैं. इनकी पैकिंग और प्रेजेंटेशन सही हो तो ग्राहक जल्दी आकर्षित होते हैं.
फूलों का व्यवसाय बढ़ा देगी आपकी आमदनी
पूजा-पाठ और सजावट दोनों के लिए फूलों की जरूरत हर त्योहार में बनी रहती है. सुबह कुछ घंटे मंदिरों या कॉलोनियों के पास फूलों का स्टॉल लगाकर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं.