
वरुण और जान्हवी कपूर की फिल्म को झटका!
Sunny sanskari ki tulsi kumari Box Office: बेशक दो या उससे ज्यादा फिल्में रिलीज होना सिनेमाप्रेमियों के लिए ट्रीट हो. पर मेकर्स के लिए किसी रिस्क से कम नहीं होता. खासकर जब सामने किसी बड़ी फिल्म का सीक्वल हो. इसी बात का डर 2 अक्टूबर से पहले भी वरुण धवन के फैन्स को सता रहा था. अब हुआ भी कुछ ऐसा ही. ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ को तीन दिन में काफी नुकसान हुआ है. जिसकी वजह है ऋषभ शेट्टी की ‘कांतारा चैप्टर 1’ से क्लैश. यूं तो वरुण धवन-जान्हवी की फिल्म को अच्छा बताया गया है, पर हिंदी ऑडियंस के लिए भी फर्स्ट च्वाइस कांतारा 1 ही बनी है. यही वजह है कि फिल्म ने तीसरे दिन सिर्फ 7.25 करोड़ का बिजनेस किया.
दरअसल वरुण धवन के अलावा फिल्म में जान्हवी कपूर, सान्या मल्होत्रा और रोहित भी हैं. जिन्होंने काफी तेजी से फिल्म का प्रमोशन किया. साथ ही फिल्म के कई गानों को प्यार भी मिल रहा है. लेकिन रिलीज के बाद से ही तीन दिनों में फिल्म कुछ खास इम्प्रेस नहीं कर पाई है. जानिए अबतक कितने कमा लिए हैं?
‘सनी संस्कारी’ ने 3 दिनों में कितने छापे?
वरुण धवन की पिछली फिल्म ‘बेबी जॉन’ थी, जिससे एटली भी जुड़े हुए थे. वैसे वो कई बड़ी फिल्मों में दिखने वाले हैं, जिसका काम पहले ही निपटा चुके हैं. अब ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ से अच्छा परफॉर्म करने की उम्मीद थी. पर वैसा होता दिख नहीं रहा है. सैकनिल्क की रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म ने तीसरे दिन भारत से 7.25 करोड़ कमाए हैं. जो पहले ही दिन 9.25 करोड़ रहा था. लेकिन हर बढ़ते दिन के साथ फिल्म की कमाई बुरी तरह गिर रही है. दूसरे दिन 5.5 करोड़ कलेक्शन रहा था, जो तीसरे दिन बढ़ा है. अबतक टोटल 22 करोड़ कमा लिए हैं.
पर वरुण धवन के सामने ऋषभ शेट्टी हैं, जिनकी फिल्म ने हिंदी से 50 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है. दरअसल ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ का बजट 80 करोड़ रुपये तक बताया जा रहा है.
तीसरे दिन ऋषभ से कितने पीछे वरुण?
तीसरे दिन ऋषभ शेट्टी की फिल्म ने भारत से 55.25 करोड़ की कमाई की है. पर क्योंकि यह एक पैन इंडिया फिल्म है, तो बराबरी के लिए सिर्फ हिंदी कलेक्शन देखा जाएगा. हिंदी में तीसरे दिन कांतारा चैप्टर 1 ने 19 करोड़ कमाए हैं. वहीं दूसरी ओर जान्हवी कपूर और वरुण धवन की फिल्म ने 7.25 करोड़ का कारोबार किया है. कुल मिलाकर फिल्म 11.75 करोड़ रुपये से पीछे चल रही है. साथ ही हर बढ़ते दिन के साथ करोड़ों डूब रहे हैं, क्योंकि अब भी बजट से दूर हैं.