क्रेडिट स्कोर मुख्य रूप से भुगतान इतिहास, बकाया राशि, क्रेडिट इतिहास की अवधि, नए क्रेडिट और क्रेडिट के प्रकारों से निर्धारित होता है. ज्यादा कमाने वाले व्यक्ति की ऋण लेने की क्षमता बढ़ती है, जो अप्रत्यक्ष रूप से क्रेडिट स्कोर को बेहतर बना सकती है.
क्या ज्यादा कमाई से बेहतर होता है क्रेडिट स्कोर? ये रही सच्चाई
