
हार्ट की 5 आम बीमारियांImage Credit source: Getty Images
Heart Diseases: भारत और दुनियाभर में हार्ट डिजीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पहले यह समस्या ज्यादातर बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब युवा भी बड़ी संख्या में इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. बदलती लाइफस्टाइल, तनाव, गलत खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी इसके बड़े कारण हैं. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि समय रहते पहचान और बचाव से इन बीमारियों के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.
हार्ट में होने वाली 5 आम बीमारियां कौन सी हैं?
कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD):
BLK-मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉ. टी. एस. क्लेर बताते हैं कि इसमें हार्ट की नसें ब्लॉक या संकरी हो जाती हैं. लक्षणों में सीने में दर्द, सांस फूलना, थकान और कभी-कभी जबड़े या बाजू में दर्द शामिल हैं.
हार्ट अटैक:
यह तब होता है जब हार्ट को खून पहुंचाने वाली नस पूरी तरह ब्लॉक हो जाए. अचानक सीने में तेज दर्द, पसीना आना, मतली, बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ इसके मुख्य लक्षण हैं.
अरिदमिया (धड़कन का असामान्य होना):
इसमें हार्ट की धड़कन बहुत तेज, धीमी या असामान्य हो जाती है. मरीज को धड़कन महसूस होना, चक्कर आना, थकान और बेहोशी जैसी शिकायत हो सकती है.
हार्ट फेल्योर:
यह तब होता है जब हार्ट शरीर को पर्याप्त खून नहीं पहुंचा पाता. लक्षणों में लगातार थकान, पैरों में सूजन, सांस फूलना और लेटने पर तकलीफ होना शामिल है.
हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन):
इसे साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि लंबे समय तक इसके कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखते, लेकिन यह धीरे-धीरे नसों को नुकसान पहुंचाता है और हार्ट अटैक, स्ट्रोक व किडनी डिजीज का खतरा बढ़ाता है. कई लोगों को इसका पता रूटीन चेकअप में ही चलता है. सिरदर्द, चक्कर आना, थकान और कभी-कभी सांस फूलना इसके संकेत हो सकते हैं.
कैसे करें बचाव
रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें.
फल, सब्ज़ियां और फाइबर से भरपूर डाइट आहार लें.
स्मोकिंग और अल्कोहल से दूर रहें.
ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की समय-समय पर जांच कराएं.
तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन या योग अपनाएं.
पर्याप्त नींद लें.
अचानक लक्षण दिखें तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें.