
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) को और बेहतर बनाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि गिग वर्कर्स और अनौपचारिक क्षेत्र के लोगों को पेंशन का दायरा बढ़ाना चाहिए. इसके लिए आसान ऑनबोर्डिंग, महिलाओं के लिए मजबूत पेंशन सुरक्षा और स्कूल-कॉलेजों में फाइनेंशियल लिट्रेसी पर जोर देना जरूरी है. एनपीएस दिवस सम्मेलन में उन्होंने कहा कि हाल के सुधार पेंशन सिस्टम की कमियों को ठीक करेंगे.
पेंशन सखी का सुझाव
ये सुधार पेंशन की मांग और सप्लाई, दोनों को बेहतर बनाएंगे. उन्होंने राजकोषीय स्थिरता के लिए योगदानों को एकसमान करने, सही एसेट अलोकेशन और इन्फ्लेशन से जुड़े लाभ देने की बात कही, ताकि पेंशन आर्थिक उतार-चढ़ाव में भी भरोसेमंद रहे. साथ ही, उन्होंने महिलाओं को ‘पेंशन सखी’ बनाकर जागरूकता फैलाने का सुझाव दिया. सीतारमण ने कहा कि मजबूत पेंशन सिस्टम से घरेलू बचत बढ़ेगी और पूंजी का लंबे समय तक इस्तेमाल हो सकेगा.
इससे बुढ़ापे में बीमारी या आय की कमी से परिवारों को कम परेशानी होगी. उन्होंने बताया कि एनपीएस की इक्विटी स्कीम्स ने शुरू से अब तक 13% से ज्यादा का औसत सालाना रिटर्न दिया है, जबकि कॉर्पोरेट बॉन्ड और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज स्कीम्स ने करीब 9% रिटर्न दिया. यूएनपीएफए के मुताबिक, 2050 तक भारत में 60 साल से ज्यादा उम्र की आबादी कुल जनसंख्या का 20.8% होगी, जो 2022 में 10.5% थी.
वित्त मंत्री ने कहा कि रिटायरमेंट प्लानिंग आत्मनिर्भरता की ओर ले जाती है, जो आत्मनिर्भर भारत का आधार है. उन्होंने कहा कि अगर आप आत्मनिर्भर भारत चाहते हैं, तो आत्मनिर्भर परिवार चाहिए. मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा कि सरकार आर्थिक विकास, रोजगार और बढ़ती आय के जरिए बचत को बढ़ावा दे रही है. हाल की टैक्स कटौती और कम इन्फ्लेशन से डिस्पोजेबल इनकम बढ़ी है, जिससे परिवार ज्यादा बचत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें आम लोगों की जिम्मेदारी के साथ-साथ बचत के महत्व को भी याद दिलाना है.