
H-1B visas शुल्क में इजाफे के फरमान से भारत की आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस, विप्रो, HCL टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा और कोफोर्ज जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों के शेयरों में सोमवार, 22 सितंबर को सुबह के कारोबार में 6 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को H-1B वीजा की एकमुश्त कॉस्ट को बढ़ाकर 1,00,000 डॉलर (88 लाख रुपये) कर दिया, जिसकी वजह से आईटी सेक्टर के सेंटीमेंट पर काफी बुरा असर देखने को मिले हैं, जिसमें हाल के दिनों में कुछ सुधार के संकेत दिए थे.
टेक महिंद्रा के शेयर 5 फीसदी से ज़्यादा गिरकर दिन के निचले स्तर 1,453 रुपये पर आ गए, जबकि NSE पर इंफोसिस और TCS के शेयर क्रमशः 1,482 रुपए और 3,065 रुपए पर आ गए. HCL टेक (दिन के निचले स्तर 1,415 रुपए), कोफोर्ज (1,702 रुपए) और एम्फैसिस (2,817 रुपए) में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. निफ्टी आईटी इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा गिरकर 35,482 पर आ गया. विश्लेषकों का अनुमान है कि कारोबार फिर से शुरू होने पर आईटी शेयरों को तुरंत झटका लगेगा.
व्हाइट हाउस का स्पष्टीकरण
एसबीआई सिक्योरिटीज के फंडामेंटल रिसर्च प्रमुख सनी अग्रवाल ने मीडिया रिपोर्ट को दिए अपने बयान में कहा कि सोमवार को आईटी शेयरों में अचानक गिरावट देखने को मिल सकती है और ये 1-3 फीसदी की गिरावट के साथ खुल सकते हैं. व्हाइट हाउस ने बाद में स्पष्ट किया कि 1,00,000 डॉलर का शुल्क केवल नए एच-1बी आवेदनों पर लागू होगा और यह वार्षिक शुल्क नहीं है. मौजूदा वीज़ा धारकों को रिन्युएबल या अमेरिका में रीएंट्री के लिए अतिरिक्त शुल्क का सामना नहीं करना पड़ेगा. अग्रवाल ने कहा कि इससे नुकसान सीमित होगा, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि इस बात को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है कि क्या कंपनियां इस बोझ को पूरी तरह से ग्राहकों पर डाल पाएंगी.
अगर बात आईटी कंपनियों को शेयर बाजार में नुकसान की करें तो कारोबारी में काफी हो चुका है. देश की टॉप 10 आईटी कंपनियों के मार्केट में 1.20 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है. जिसमें सबसे ज्यादा असर देश की सबसे बड़ी कंपनी टीसीएस पर पड़ा है. कंपनी की वैल्यूएशन करीब 39 हजार करोड़ रुपए कम हो चुकी है. वहीं इंफोसिस की वैल्यूएशन 25 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गई है.
देश की प्रमुख आईटी कंपनियों को हुआ कितना नुकसान
- टीसीएस को कारोबारी सत्र के दौरान 38,633.7 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 11,08,023.80 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 11,46,657.50 करोड़ रुपए था.
- इंफोसिस को कारोबारी सत्र के दौरान 25,024.41 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 6,14,728.28 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 6,39,752.69 करोड़ रुपए था.
- एचसीएल टेक को कारोबारी सत्र के दौरान 16,892.57 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 3,81,310.65 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 3,98,203.22 करोड़ रुपए था.
- टैक महिंद्रा को कारोबारी सत्र के दौरान 9,825.01 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 1,42,398.97 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 1,52,223.98 करोड़ रुपए था.
- विप्रो को कारोबारी सत्र के दौरान 9,435.21 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 2,59,048.94 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 2,68,484.15 करोड़ रुपए था.
- एलटीआई माइंडट्री को कारोबारी सत्र के दौरान 9,169.65 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 1,54,166.35 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 1,63,336.00 करोड़ रुपए था.
- परसिसटेंट सिस्टम को कारोबारी सत्र के दौरान 4,748.3 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 81,312.36 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 86,060.66 करोड़ रुपए था.
- एम्फैसिस को कारोबारी सत्र के दौरान 3,375.23 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 56,920.39 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 53,545.16 करोड़ रुपए था.
- कोफॉर्ज को कारोबारी सत्र के दौरान 3,045.96 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 57,008.37 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 60,054.33 करोड़ रुपए था.
- हैपिएस्ट माइंड को कारोबारी सत्र के दौरान 213.95 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप 8,625.60 करोड़ रुपए पर देखने को मिला. जबकि शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 8,839.55 करोड़ रुपए था.