सोमवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग पर समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने कड़ा विरोध जताया है, उन्होंने कहा कि भारत सबका देश है, यह किसी की जागीर नहीं है और किसी को भी खाने की आदतों पर रोक लगाने का अधिकार नहीं है. हसन ने आरोप लगाया कि जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम मुद्दों में उलझाकर वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं. एसटी हसन ने कहा कि यहां सबका हक बराबर होना चाहिए.
उन्होंने सवाल उठाया कि नवरात्रि या कांवड़ यात्रा के दौरान नॉनवेज खाने पर रोक कैसे लगाई जा सकती है? उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ मुसलमान ही नहीं, बल्कि ईसाई और सिख भी नॉनवेज को खाते हैं. हसन ने तर्क दिया कि कई हिंदू भाई नॉनवेज भी खा रहे हैं, 80 प्रतिशत हिंदू भाई गोश खा रहे हैं. यह कोई नई बात बात नहीं है. मुसलमान तो सब्र कर लेगा नहीं खाएगा, वो तो अपने फ्रिज में रखकर खाता रहेगा अंदर ही अंदर, लेकिन बाहर से नहीं खाएगा.
फाइव स्टार होटलों में बीफ बिक्री पर रोक लगाने की मांग
एसटी हसन ने कही कि फाइव स्टार होटलों में बीफ की बिक्री पर भी रोक लगानी चाहिए. 5 स्टार होटल हों, चाहे से बॉम्बे हो, दिल्ली हो या फिर मेट्रोपॉलिटन सिटी हो, वहां पर भी बीफ क्यों नहीं बंद करते हैं. वो तो बहुत बड़ी आस्था का केंद्र है. कहीं आस्था है तो कहीं कारोबार है. वहां पर नॉनवेज क्यों नहीं बंद करते हैं. इस वक्त दुनिया में दूसरे नंबर पर बीफ के एक्सपोर्टर हम हैं. इंडिया से हो रहा है एक्सपोर्ट, वैसे गौ रक्षक हैं. यह किस तरह की ड्रामेबाजी है, जो हकीकत है उसको सामने लेकर आइए.
#WATCH | On demands for meat shops to be shut during Navratri, SP leader ST Hasan says, “This country belongs to everyone…Not just Muslims but even Christians and Sikhs consume non-veg. How can you stop anyone from consuming it during Navratri or Kanwar Yatra? Who are you to do pic.twitter.com/VZBh6qM0KC
— ANI (@ANI) September 22, 2025
सपा नेता ने आरोप लगाया कि धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल राजनीतिक फायदा उठाने के लिए किया जा रहा है. नवरात्रि के शुरू होते ही उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 9 दिनों तक के लिए नॉनवेज पर रोक लगाने की मांग उठी रही है. नहीं दिल्ली में भाजपा के नेताओं ने मीटकी दुकानों को बंद करने की मांग की है.