महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गड्ढों की समस्या को लेकर सियासत गरमा गई है. आगामी बीएमसी चुनावों से पहले, कांग्रेस ने शहर की खराब सड़कों और गड्ढों को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बीएमसी को निशाना बनाया है. कांग्रेस ने अनोखे अंदाज में सड़कों की खराब हालत को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है. पार्टी ने शहर के कई गड्ढों का नाम नेताओं और मंत्रियों के नाम पर रखा है.
यूथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सूफियान हैदर अपने कार्यकर्ताओं के साथ अजीत ग्लास रोड जोगेश्वरी पश्चिम पहुंचे, इस दौरान उन्होंने गड्ढों के बगल में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मार्ग का बोर्ड लगा दिया, बोर्ड पर कर्टसी के आगे बीएमसी कमिश्नर भूषण गगरानी का नाम भी लिखा हुआ है.
कांग्रेस का आरोप
सूफियान हैदर ने आरोप लगाया कि पिछले चार साल से बीएमसी में चुनाव नहीं हुए हैं और पूरी सत्ता मुख्यमंत्री के हाथ में है. इसके बावजूद, मुंबई की सड़कों का हाल बेहाल है. प्रदर्शन के दौरान हैदर ने बीएमसी के बजट पर सवाल उठाते हुए कहा, बीएमसी का सालाना बजट 74,000 करोड़ रुपए है, जिसमें से सिर्फ सड़कों के लिए 3,500 करोड़ रुपए का बजट है. फिर भी सड़कें बनने के तीन महीने बाद ही टूट जाती हैं.
खराब सड़कों के कारण हुए हादसे
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खराब सड़कों के कारण कई हादसे हुए हैं, जिनमें हजारों लोग घायल हुए और कई लोगों की मौत भी हुई है. कांग्रेस का कहना है कि अगर सरकार मुंबई को ‘गड्ढा मुक्त’ बनाने में विफल रही है, तो वे अब गड्ढों को नेता और मंत्रियों का नाम देकर इस समस्या को उजागर करेंगे.
यह प्रदर्शन बीएमसी चुनाव से पहले सरकार पर दबाव बनाने और मुंबईकरों का ध्यान इस समस्या की ओर खींचने की एक कोशिश मानी जा रही है. इस ‘गड्ढे पॉलिटिक्स’ से मुंबई में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है.
गड्ढों पर खर्च का विवरण
गड्ढों पर खर्च की बात करें तो बीएमसी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के अपने बजट में गड्ढों की मरम्मत के लिए 79 करोड़ आवंटित किए हैं, जबकि सड़कों के व्यापक कांक्रीटीकरण पर भी ज़ोर दिया गया है, जिसका लक्ष्य मुंबई को गड्ढा मुक्त बनाना है. हालांकि, गड्ढों से निपटने के लिए पहले भी बड़ा बजट रखा गया था, फिर भी कुछ सड़कों पर अभी भी गड्ढे हैं.
गड्ढों के लिए आवंटन और योजनाएं
79 करोड़ का आवंटन (2025-26)
बीएमसी ने इस साल गड्ढों की मरम्मत पर खर्च करने के लिए ₹79 करोड़ का बजट तय किया है।
व्यापक कांक्रीटीकरण
गड्ढों की संख्या को कम करने के लिए सड़कों का कांक्रीटीकरण एक मुख्य योजना है, और बीएमसी ने अब तक 1,333 किलोमीटर सड़कों का कांक्रीटीकरण किया है.
तकनीक का प्रयोग
गड्ढे भरने के लिए बीएमसी असफाल्ट और मास्टिक जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करती है, और बारिश के दौरान एम-60 ग्रेड, हॉट मिक्स और कोल्ड मिक्स का प्रयोग भी करती है.
पहले के बजट और उनकी वास्तविकता
मुंबईकरों का तर्क है कि सड़कों के निर्माण से गड्ढों को भरने की आवश्यकता कम होनी चाहिए थी, लेकिन अभी भी गड्ढे मौजूद हैं.
बजट में वृद्धि
पहले के वर्षों में भी गड्ढों को भरने के लिए बड़े बजट रखे गए थे.उदाहरण के लिए, साल 2024 में मानसून से पहले सड़कों के गड्ढे भरने के लिए 110 करोड़ से अधिक खर्च किए गए थे.वहीं साल 2023 में मरम्मत लागत 25% तक बढ़ गई थी.
बीएमसी गड्ढों से निपटने के लिए कांक्रीटीकरण और मरम्मत दोनों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, और गड्ढों की मरम्मत के लिए इस साल ₹79 करोड़ का बजट रखा गया है. हालांकि कई सालों में बड़े बजट के बावजूद, मुंबई की सड़कों पर गड्ढों की समस्या अभी भी बनी हुई है.