आधार कार्ड के ये नियम हैं बहुत जरूरी, भूलकर भी गलती की तो हो सकती है जेल!

आधार कार्ड के ये नियम हैं बहुत जरूरी, भूलकर भी गलती की तो हो सकती है जेल!

आधार कार्ड के नियम

आज के टाइम में आधार कार्ड हर किसी के लिए एक बहुत जरूरी पहचान बन गया है. चाहें बैंक का काम हो, मोबाइल सिम लेना हो, सरकारी योजना का फायदा उठाना हो या फिर स्कूल- कॉलेज में दाखिला लेना हो, हर जगह आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है. इसलिए हर भारतीय के पास आधार कार्ड होना जरूरी है.

इसे UIDAI यानी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया जारी करती है. साथ ही UIDAI ने कुछ नियम बनाए हैं, जिन्हें हर किसी को मानना जरूरी है. अगर ये नियम नहीं माने गए तो जेल या जुर्माने तक की सजा हो सकती है. चलिए, जानते हैं वो जरूरी नियम जिनका ध्यान रखकर आप खुद को परेशानी से बचा सकते हैं .

आधार बनवाते वक्त गलत जानकारी देने पर सजा

अगर आप आधार बनवाने के समय अपनी सही-सही जानकारी UIDAI को नहीं देते, बल्कि गलत जानकारी देते हैं, तो ये अपराध माना जाएगा. इसके लिए 3 साल तक की जेल हो सकती है या 10,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. इसलिए आधार बनवाते वक्त पूरी ईमानदारी से अपने दस्तावेज और जानकारी दें.

किसी और के आधार में बदलाव करना भी अपराध

किसी और के आधार कार्ड की जानकारी बदलना या पहचान में छेड़छाड़ करना भी कानूनन गलत है. ऐसा करने पर भी 3 साल की जेल या 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है. इसलिए किसी और के आधार में बिना उसकी अनुमति कोई बदलाव न करवाएं, वरना यह आपकी बड़ी परेशानी बन सकती है.

डेटा लीक करना पड़ सकता भारी

कई बार लोग बिना UIDAI की मंजूरी के आधार कार्ड से जुड़ी एजेंसियां खोल लेते हैं और लोगों की निजी जानकारी इकट्ठा करते हैं. यह करना कानून के खिलाफ है. इसके लिए 3 साल की जेल और 10,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है. अगर कोई कंपनी ऐसा करती है तो उसे 1 लाख रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. इसके अलावा, किसी और की निजी जानकारी लीक करना या किसी अनजान व्यक्ति को देना भी अपराध है. इस अपराध के लिए भी जेल और जुर्माना हो सकता है.

आधार केंद्र पर चोरी पर सबसे कड़ी सजा

अगर कोई आधार केंद्र में हैकिंग करता है या डेटा चुराने की कोशिश करता है, तो ये सबसे बड़ा अपराध माना जाएगा. इसके लिए 10 साल तक की जेल हो सकती है और 10,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक जुर्माना भी लगाया जा सकता है.