हिंदू धर्म ग्रंथों में ग्रहण को देवताओं और असुरों के बीच संघर्ष का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में ग्रहण के दौरान किए गए कर्मों का पूर्ण फल नहीं मिलता और वे निष्फल फलदायी हो जाते हैं. इसी वजह से शास्त्रों में ग्रहण काल में यात्रा, नए काम, विवाह, सौदा या निवेश करना वर्जित बताया गया है.
Surya Grahan 21 September: सूर्य ग्रहण के दौरान यात्रा करनी चाहिए या नहीं? ज्योतिष शास्त्र से जानें
