8 साल तक सीने’ में चाकू”! का ब्लेड लेकर घूमता रहा शख्स, एक्स-रे देख डॉक्टर भी हो गए हैरान, ऐसे हुआ खुलासा

8 साल तक सीने’ में चाकू”! का ब्लेड लेकर घूमता रहा शख्स, एक्स-रे देख डॉक्टर भी हो गए हैरान, ऐसे हुआ खुलासा

knife blade stuck in chest for 8 years: जापान के एक व्यक्ति के साथ एक ऐसी हैरान कर देने वाली घटना हुई है, जिसने डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया है. दरअसल इस व्यक्ति के सीने में आठ साल तक एक चाकू का ब्लेड फंसा रहा. व्यक्ति को इसका 8 सालों से कोई अहसास नहीं हुआ. वहीं जब सीने में दर्द की शिकायत लेकर हॉस्पिटल पहुंचा तो इस बात की खुलासा हुआ. यह घटना फिलहाल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग ये जानना चाहते हैं कि आखिर सीने में चाकू का ब्लेड कैसे घुसा और यह किस तरह से निकाला गया.

दर्द से हुआ खुलासा
इस चौंकाने वाले मामले का खुलासा तब हुआ, जब इस 44 वर्षीय व्यक्ति को सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई. दर्द ज्यादा तेज होने के चलते शख्स को तुरंत अस्पताल जाना पड़ा. इस दौरान उसने डॉक्टरों को बताया कि यह दर्द उसके निप्पल के पास हो रहा है. डॉक्टरों ने शुरुआती जांच की और उसके दर्द का कारण जानने के लिए एक्स-रे करने का फैसला किया. जहां एक्स-रे की रिपोर्ट देखकर डॉक्टर हैरान रह गए, क्योंकि उसमें एक धातु की वस्तु दिखाई दी. वहीं पता चला कि यह धातु की वस्तु और कुछ नहीं बल्कि एक चाकू का धारदार ब्लेड है, जो उसके दिल के बेहद करीब था.

आठ साल पुरानी घटना
जांच होने के दौरान व्यक्ति ने डॉक्टरों को उस घटना के बारे में बताया, जिससे चाकू उसके सीने में फंसा. शख्स ने बताया कि आठ साल पहले एक लड़ाई के दौरान उसके सीने में चाकू लगा था. तब उसने सोचा था कि चाकू बाहर निकल गया है, क्योंकि घाव ठीक हो गया था और उसे कोई खास परेशानी भी नहीं हुई. वहीं डॉक्टरों ने बताया कि चाकू का ब्लेड पूरी तरह से उसके शरीर में घुस गया था, लेकिन वह किसी भी महत्वपूर्ण अंग को नुकसान पहुंचाए बिना त्वचा के नीचे बना रहा. व्यक्ति को इतने सालों तक कोई गंभीर दर्द या परेशानी भी नहीं हुई थी.

सफल इलाज
डॉक्टरों के लिए यह एक काफी कठिन मामला था. हालांकि उन्होंने तुरंत सर्जरी करने का फैसला किया. डॉक्टर ने बहुत ही सावधानी से सर्जरी को अंजाम दिया और ब्लेड को सफलतापूर्वक निकाल लिया. इस दौरान मरीज को 24 घंटे आईसीयू में और अगले 10 दिनों के लिए सामान्य वार्ड में रखा गया. सारी प्रक्रिया बिना दिक्कत के सम्पन्न हो गई.