
शिव पुराण में श्रंभेश्वर महादेव का विशेष स्थान है। कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति जीवन में बुरी आदतों, नशे या परिवारिक कलह से जूझ रहा हो, यदि वह सच्चे मन से श्रंभेश्वर महादेव का स्मरण करता है और बताए गए नियमों के अनुसार पूजा करता है, तो उसके जीवन में धीरे-धीरे सकारात्मक बदलाव आता है। ज्योतिषाचार्य पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, यह उपाय न केवल नशा छुड़ाने में मदद करता है बल्कि परिवार में सुख-शांति भी लौटाता है।
श्रंभेश्वर महादेव की कथा
शिव महापुराण में वर्णित है कि जब नरसिंह भगवान के क्रोध को शांत करने के लिए भगवान शंकर ने शर पक्षी का रूप लिया, तब उनकी महिमा से श्रंभेश्वर महादेव नाम पड़ा। इस नाम के जप से भय, दुख दूर होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
नशे से छुटकारा पाने का उपाय
यदि आपका कोई परिवार सदस्य लंबे समय से शराब या नशे की आदत में फंसा है, तो श्रंभेश्वर महादेव की पूजा मददगार हो सकती है। पूजा में बेलपत्र के पांच पत्ते, शमी के तीन पत्ते, और पांच काली मिर्च लेकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद हाथ जोड़कर प्रार्थना करें कि वह व्यक्ति नशे से मुक्त हो। पूजा के बाद बेलपत्र को सुबह और काली मिर्च को शाम को खाने में शामिल करें। लगभग 15-20 दिनों में प्रभाव दिखने लगता है।
बीमारियों में भी लाभ
श्रंभेश्वर महादेव का नाम गंभीर बीमारियों में भी चमत्कारिक माना जाता है। यदि कोई व्यक्ति कोमा में हो या डॉक्टरों ने इलाज बंद कर दिया हो, तो शिवलिंग के पास अशोक सुंदरी, गणेश जी, कार्तिकेय जी के स्थान पर चावल अर्पित कर जल से स्नान कराने से धीरे-धीरे स्वास्थ्य सुधार हो सकता है।
परिवारिक समस्याओं का समाधान
घर में अनबन, झगड़े, या कोर्ट-कचहरी की स्थिति में भी श्रंभेश्वर महादेव के नाम से जल चढ़ाने का विधान है। यह घर के माहौल को शांत और प्यारपूर्ण बनाता है।
निष्कर्ष
श्रंभेश्वर महादेव की पूजा और उपरोक्त घरेलू उपायों से नशे की आदत और परिवारिक परेशानियों से छुटकारा पाना संभव है। इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ नियमित करें।
(यह जानकारी पारंपरिक धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। गंभीर समस्या होने पर विशेषज्ञ से सलाह आवश्यक है।)