मेरठ के बाद राजस्थान में भी हुआ सनसनीखेज कांड: नीले ड्रम में मिली हत्या की लाश, पत्नी, बच्चे और मकान मालिक का बेटा गायब

उत्तर प्रदेश के मेरठ में सौरभ राजपूत की हत्या और नीले ड्रम में दफनाने के बाद अब राजस्थान के खैरथल-तिजारा जिले के किशनगढ़बास कस्बे से भी एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। स्थानीय इलाके की आदर्श कॉलोनी में एक नीले ड्रम में एक युवक का शव मिला, जो इस बात का संकेत है कि वहां भी किसी घातक अपराध ने अंजाम पा लिया है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक युवक का नाम हंसराज उर्फ़ सूरज है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी था। हंसराज ने लगभग डेढ़ महीने पहले ही राजस्थान में किराए पर मकान लिया था और उसी मकान में यह भयावह घटना घटी।

मेरठ के बाद राजस्थान में भी हुआ सनसनीखेज कांड: नीले ड्रम में मिली हत्या की लाश, पत्नी, बच्चे और मकान मालिक का बेटा गायब

घटना की जानकारी तब हुई जब मकान मालिक राजेश शर्मा की पत्नी मिथलेश ने अपने घर की छत पर बने कमरे से आने वाली तेज बदबू की शिकायत पुलिस से की। पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो उन्होंने नीले ड्रम में शव पड़ा हुआ पाया। शव के पास नमक भी डाला हुआ था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शव को गलाने की कोशिश की गई थी। मृतक के शरीर पर धारदार हथियार से गला काटे जाने के निशान भी देखे गए। पुलिस ने तत्काल मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है।

जहां इस मामले की तहकीकात चल रही है, वहीं मृतक हंसराज की पत्नी सुनीता, उनके तीन बच्चे और मकान मालिक का बेटा जितेंद्र रहस्यमय रूप से गायब हैं। हंसराज की पत्नी सुनीता और उनके तीन बच्चे—हर्षल, नंदिनी और गोलू, जो उनके साथ रहते थे, अचानक ही लापता हो गए हैं। वही मकान मालिक राजेश का बेटा जितेंद्र भी पिछले कुछ दिनों से नजर नहीं आ रहा। ऐसे में पुलिस इन सभी लोगों की खोज में लगी हुई है। बताया गया है कि जितेंद्र की पत्नी का लगभग 12 वर्ष पहले निधन हो चुका है और वह अक्सर हंसराज के साथ मिलकर शराब पीता था।

मकान मालिक की पत्नी मिथलेश ने पुलिस को बताया कि वह शनिवार को जन्माष्टमी के कारण बाजार गई थी और वापस लौटने पर उसने घर में सुनीता और उसके बच्चों को नहीं देखा। शाम होते-होते जितेंद्र भी वापस नहीं लौटे। इसके बाद सुबह जब घर की छत से बदबू आने लगी तो उन्होंने 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी है और शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।

किशनगढ़बास के डीएसपी राजेंद्र सिंह निर्वाण और पुलिस टीम ने स्थिति का जायजा लिया है और हत्या के पीछे के कारणों की गहन जांच में जुटे हैं। पुलिस ने घटनास्थल का पूरी तरह से निरीक्षण किया है और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि असली साक्ष्य जमा किए जा सकें और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ कर न्याय दिलाया जा सके।

यह मामला एक बार फिर से दर्शाता है कि कैसे छोटे-छोटे कस्बों में भी बड़े अपराध हो रहे हैं और ये घटनाएं समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं। ऐसे समय में यह जरूरी हो जाता है कि प्रशासन तेज़ कार्रवाई करे और हर संभव कोशिश करके न्याय की प्रक्रिया को तीव्र गति प्रदान करे। साथ ही, इस घटना ने स्थानीय लोगों के दिलों में चिंता की लहर दौड़ा दी है कि जब मकान मालिक का बेटा ही गुमशुदा हो जाए तो आम लोग अपनी सुरक्षा के लिए कैसे आश्रय लें।

पुलिस ने माना है कि यह एक संदिग्ध हत्या का मामला है और इसमें लापता लोगों की खोज तेज़ी से जारी है। पूरे इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि किसी और अप्रिय घटना को रोका जा सके।