
हिंदू धर्म में हर वस्तु का अपना विशेष महत्व है, चाहे वह पूजा का स्थान हो, किचन के बर्तन हों या फिर झाड़ू। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यह केवल कचरा साफ करने का साधन नहीं, बल्कि समृद्धि और आर्थिक स्थिरता का प्रतीक भी है। मान्यता है कि यदि झाड़ू का सही तरीके से उपयोग किया जाए तो घर के आर्थिक संकट दूर हो सकते हैं और पैसों से जुड़ी समस्याओं का समाधान हो सकता है।
अगर आपके घर में पैसा रुकने का नाम नहीं ले रहा है, तो सबसे पहले अपने झाड़ू के इस्तेमाल पर ध्यान दें। ज्योतिष शास्त्र में भी झाड़ू से जुड़े कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और ग्रह दोष भी समाप्त होते हैं। सही तरीके से झाड़ू का प्रयोग धीरे-धीरे आपकी आर्थिक स्थिति को सुधार सकता है।
सुबह सूर्योदय के बाद पूरे घर में झाड़ू लगाना शुभ माना जाता है। झाड़ू लगाने के बाद कचरे को तुरंत घर से बाहर फेंक दें। झाड़ू को कभी भी ऐसी जगह न रखें जहां वह सबकी नज़र में हो। इसे हमेशा दरवाजे के पीछे, कोने में या किसी वस्तु के नीचे छिपाकर रखें। याद रखें, झाड़ू में पैर लगाना अथवा उसे पैर से खिसकाना अशुभ माना जाता है, इससे मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
झाड़ू खरीदने का भी समय तय है — इसे शनिवार के दिन नहीं खरीदना चाहिए। हालांकि, नई झाड़ू का उपयोग शनिवार से शुरू करना शुभ माना जाता है। साथ ही, जब घर का कोई सदस्य या मेहमान बाहर जाने वाला हो, तो उसके तुरंत बाद झाड़ू न लगाएं; या तो उनके जाने से पहले झाड़ू लगाएं या कुछ घंटे बाद।
दो झाड़ुओं को एक साथ कभी न रखें। अगर घर में एक से अधिक झाड़ू हैं तो उन्हें अलग-अलग स्थानों पर रखें। इन नियमों की अनदेखी करने से माता लक्ष्मी की कृपा कम हो सकती है और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसलिए झाड़ू से जुड़े इन सभी नियमों का पालन अवश्य करें, ताकि घर में समृद्धि बढ़े और सभी ग्रह दोष दूर हो जाएं।