
कैलाश पर्वत सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि विश्व के सबसे रहस्यमय पर्वतों में गिना जाता है। लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद इस पवित्र स्थल की यात्रा फिर शुरू हो चुकी है, जो भौगोलिक, वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टि से चर्चा का विषय है।
धार्मिक महत्व और चार धर्मों का केंद्र
कैलाश पर्वत हिंदू, बौद्ध, जैन और तिब्बती बोन धर्म के लिए पवित्र माना जाता है।
- हिंदू धर्म: शिव और पार्वती का निवास स्थल।
- बौद्ध धर्म: चक्रसंवर और वज्रयान साधना का केंद्र।
- जैन धर्म: ऋषभदेव का मोक्ष स्थल।
- बोन धर्म: पूज्य आत्मिक शक्तियों का केंद्र।
क्यों चढ़ा नहीं कोई कैलाश पर्वत?
धार्मिक कारण:
- शिव का दिव्य निवास होने के कारण चढ़ाई को ईश्वरीय मर्यादा का उल्लंघन माना जाता है।
- पवित्र आत्माओं का वास भी इसे विशेष बनाता है।
- चढ़ाई पाप का कारण माना जाता है।
- यात्रियों ने रहस्यमयी शक्तियां, असामान्य प्रकाश, दिशाहीनता आदि की घटना बताई है।
वैज्ञानिक और भौगोलिक कारण:
- अत्यंत खड़ी और बर्फीली चट्टानें।
- कम ऑक्सीजन और वायुदाब, जिससे शरीर ऊर्जा खो देता है।
- चुंबकीय तरंगों की मौजूदगी से कंपास और दिमाग भ्रमित हो जाते हैं।
- अप्रत्याशित मौसम और पर्यावरणीय कठिनाइयां।
- कैलाश पर्वत की पिरामिड जैसी अनोखी भू-गर्भीय संरचना।
अब तक कौन-कौन चढ़ने की कोशिश कर चुका है?
दर्जनों पर्वतारोहियों ने प्रयास किया, लेकिन कोई सफल नहीं हुआ। केवल 11वीं शताब्दी के बौद्ध संत मिलारेपा को चोटी तक पहुंचने का आध्यात्मिक चमत्कार माना गया है।
हेलीकॉप्टर और प्लेन क्यों नहीं उड़ पाते?
- धार्मिक प्रतिबंध, क्योंकि पवित्र स्थल के ऊपर से उड़ान भावनात्मक विवाद पैदा करती है।
- अत्यंत कम हवा का दबाव, जिससे रोटर की उड्डयन क्षमता प्रभावित होती है।
- बदलते मौसम के कारण उड़ान जोखिम भरी होती है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 में क्या नया है?
- भारत और तिब्बत प्रशासन की अनुमति से यात्रा शुरू।
- पिथौरागढ़ और सिक्किम मार्ग से यात्रा संभव।
- विशेष मेडिकल जांच, आधुनिक मौसम पूर्वानुमान और सैटेलाइट निगरानी के साथ सुरक्षा बढ़ाई गई।
क्या कैलाश पर्वत का रहस्य कभी सुलझेगा?
वैज्ञानिक आज भी कैलाश पर्वत की भू-संरचना, विद्युत-चुंबकीय प्रभाव और अन्य रहस्यों की जांच कर रहे हैं। हालांकि धार्मिक कारणों से किसी भी तरह के वैज्ञानिक हस्तक्षेप या चढ़ाई को सामाजिक स्वीकृति नहीं मिल पाती।
कैलाश पर्वत रहस्य, आस्था और प्रकृति का अद्भुत संगम है, जो मानवता के लिए एक दिव्य पहचान बनकर उभरा हुआ है।