
गुरुग्राम। 10 साल की बेटी मां के फोन में कुछ देख रही थी कि अचानक उसने गैलरी को टच कर दिया और नजर इसमें पड़े कुछ गंदे वीडियो पर पड़ गई। इसके बाद जो कुछ हुआ उसे जानकर आप उतने ही चौंक जाएंगे जितनी हैरान गुरुग्राम की पुलिस हुई। फोन की गैलरी से खुले राज को दबाने के लिए उस बच्ची की मां ने पहले अपने पति को मरवा डाला और फिर उस प्रेमी की गर्दन फंसवाने की कोशिश की जिसके हाथों उसने अपने सुहाग को खत्म करा दिया था। लेकिन कुछ गलतियों की वजह से वह पकड़ी गई और अब सलाखों के पीछे है।
हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने महिला समेत पांच लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक पत्नी की साजिश का शिकार होकर मारे गए शख्स का नाम विक्रम है जिसकी उम्र 37 साल थी और वह मूल रूप से बिहार के नवादा का रहने वाला था। विक्रम अपनी पत्नी सोनी (35) और दो बच्चों के साथ गुरुग्राम के उद्योग विहार में रहता था।
पहले पति को बताया गुमशुदा फिर प्रेमी पर रेप का केस
28 जुलाई को सोनी देवी गुरुग्राम पुलिस के पास पहुंची और पति के गुमशुदा होने की जानकारी दी। तीन दिन बाद 31 जुलाई को वह दोबारा थाने पहुंची और रविंद्र (34) नाम के एक पड़ोसी के खिलाफ शिकायत देते हुए रेप का आरोप लगाया। सोनी ने पुलिस को बताया कि मार्च 2024 में जब उसके पति काम से बाहर गए थे तो रविंद्र ने उसके साथ रेप किया और पति को मारने की धमकी भी देता था। सोनी ने दावा किया कि रविंद्र ने वीडियो बना लिया था और धमकी दिया करता था कि किसी को बताया तो सार्वजनिक कर देगा।
रविंद्र की गिरफ्तारी के बाद घूमी कहानी
इसके बाद पुलिस ने रविंद्र को गिरफ्तार कर लिया तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि दीपक की वह हत्या कर चुका है। इस दौरान उसने यह भी खुलासा किया कि सोनी ने ही उसे वारदात को अंजाम देने को कहा था। उसने बताया कि सोनी के साथ उसका लंबे समय से संबंध था। अब उसकी बेटी ने फोन में वीडियो और तस्वीरें देख लीं और पिता को बताया तो सोनी ने विक्रम की हत्या की साजिश रची।
एक साल से चल रहा था अफेयर, बेटी ने देखा वीडियो तो मर्डर की साजिश
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनी देवी और रविंद्र के बीच करीब एक साल से अफेयर था। विक्रम जब ऑफिस जाता था तो रविंद्र घर आ जाता था। दोनों संबंध बनाते हुए अक्सर वीडियो भी रिकॉर्ड कर लेते थे। अब यही वीडियो बेटी ने देख लिया था। लेकिन इससे पहले की विक्रम कुछ कर पाता पत्नी ने उसे ठिकाने लगाने का फैसला कर लिया। रविंद्र और सोनी देवी ने इंटरनेट और यूट्यूब पर हत्या और शव को ठिकाने लगाने के कई तरीके भी सर्च किए थे।
किस तरह विक्रम की हत्या को दिया अंजाम
26 जुलाई को जब विक्रम ऑफिस से घर जा रहा था तो रास्ते में रविंद्र और उसके कुछ साथियों ने उसे कार में खींच लिया। आरोप है कि उन्होंने विक्रम का गला घोंटकर मार डाला और उसके शव को मोहम्मदपुर झारसा गांव के पास दफना दिया। एक अधिकारी के मुताबिक रविंद्र ने अपने चाचा संतरपाल के साथ मिलकर लाश को ठिकाने लगाया जो मोहम्मदपुर झारसा गांव में डेयरी चलाते हैं। पुलिस के जुर्म कबूल करने के बाद विक्रम का शव बरामद किया गया।
खुद की गर्दन बचाने की कोशिश में प्रेमी पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश
जांच में पता चला कि हत्या और शव को ठिकाने लगाए जाने के दौरान सोनी देवी लगातार रविंद्र के साथ फोन पर संपर्क में थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने पहले 28 जून को पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई जबकि उसे पता था कि 26 को ही पति की हत्या की जा चुकी है। बाद में जब उसे लगा कि कहीं वह पकड़ी ना जाए तो प्रेमी को फंसाकर अपन गर्दन बचाने की कोशिश की। पुलिस ने हत्याकांड में साथ देने वाले मनीष (19) और फरियाद (20) को भी गिरफ्तार कर लिया है।