Paush Masik Shivratri 2024 29 या 30 दिसंबर साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि कब है? अभी नोट कर लें सही डेट “ • ˌ

Paush Masik Shivratri 2024: 29 या 30 दिसंबर... साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि कब है? अभी नोट कर लें सही डेट

पौष मासिक शिवरात्रि कब है?

Masik Shivratri 2024: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मास शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. साथ ही, मानसिक, पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में भी खुशहाली का आगमन होता है. इस समय पौष माह चल रहा है और पौष माह की मासिक शिवरात्रि साल 2024 की आखिरी शिवरात्रि होगी. साल 2024 की आखिरी मासिक शिवरात्रि के दिन श्रद्धापूर्वक व्रत रखकर आप आने वाले साल में भगवान शिव का आशीर्वाद पा सकते हैं.

इस बार पौष माह की मासिक शिवरात्रि की तिथि के चलते कंफ्यूजन बनी हुई है कि आखिर मासिक शिवरात्रि का व्रत 29 दिसंबर को रखा जाएगा या 30 दिसंबर को. ऐसे में आपका यह कंफ्यूजन दूर करते हुए आपको बताते हैं कि पौष मासिक शिवरात्रि का व्रत कब रखा जाएगा और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा.

पौष मासिक शिवरात्रि 2024 कब है? (Paush Masik Shivratri 2024 date)

मासिक शिवरात्रि का व्रत कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को रखा जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 29 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगी. वहीं, इस चतुर्दशी तिथि का समापन 30 दिसंबर को सुबह 4 बजकर 1 मिनट पर होगा.

ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत 29 दिसंबर 2024 को रखा जाएगा. मासिक शिवरात्रि के दिन रात के समय पूजन का महत्व है, इसलिए रात में शुभ मुहूर्त के दौरान आपको शिव जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए.

  1. पूजा का शुभ मुहूर्त- 29 दिसंबर रात 11:56 मिनट से रात 12: 51 मिनट तक. शिवजी की पूजा के लिए 55 मिनट का शुभ मुहूर्त रहेगा.

मासिक शिवरात्रि का महत्व क्या है? (Masik Shivratri significance)

मासिक शिवरात्रि के महत्व का वर्णन शिव पुराण में मिलता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और पति-पत्नी के बीच संबंध मजबूत होता है. इसके अलावा, मनचाहा वर पाने के लिए भी मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.