
गाजियाबाद: गाजियाबाद में एक बार फिर डॉक्टर की लापरवाही ने एक महिला मरीज की जान को खतरे में डाल दिया है. डिलीवरी के दौरान एक ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाला टॉवल महिला के पेट में छोड़ दिया गया, जिसके कारण उसे गंभीर संक्रमण हो गया. इस लापरवाही को छुपाने के लिए डॉक्टर ने एंटीबायोटिक और अन्य दवाएं दीं, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर महिला को मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा.
गाजियाबाद के राकेश मार्ग निवासी चिराग कटारिया ने अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए ओम मेडिकल सेंटर का चयन किया. 26 तारीख को उनकी पत्नी का ऑपरेशन किया गया, लेकिन इसके बाद उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई. डॉक्टर ने उन्हें चिंता न करने की सलाह दी और एंटीबायोटिक दवाएं दीं. जब चिराग ने अपनी पत्नी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित होकर डॉक्टर से संपर्क किया, तो डॉक्टर ने उन्हें बताया कि सब ठीक है. इसके बावजूद, जब चिराग ने टेस्ट करवाने का निर्णय लिया, तो डॉक्टर ने रेडियोलॉजिस्ट से संपर्क कर उसे रिपोर्ट न देने के लिए कहा. इस प्रकार की लापरवाही ने चिराग को मजबूर किया कि वे अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड किसी अन्य जगह करवाएं.
अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में फॉरेन ऑब्जेक्ट होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद चिराग ने मैक्स हॉस्पिटल में संपर्क किया. वहां डॉक्टरों ने बताया कि संक्रमण बहुत फैल चुका है और ऑपरेशन के बाद पेट से टॉवल निकाला गया. यदि समय पर इलाज नहीं किया जाता, तो मरीज की जान भी जा सकती थी. चिराग कटारिया ने इस घटना की शिकायत सीएमओ के पास की है. उन्होंने मांग की है कि मामले की पूरी जांच की जाए. सीएमओ ने इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है. यदि जांच में डॉक्टर की लापरवाही साबित होती है, तो उनके लाइसेंस को रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी.