क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ अच्छे, ईमानदार और नेक लोगों के साथ अक्सर बुरा क्यों होता है? यह सवाल हम सभी के मन में कभी न कभी ज़रूर आता है, और यह गहरा दुख व भ्रम पैदा करता है। कई बार तो ऐसा लगता है कि अच्छाई के बदले हमेशा बुराई ही मिल रही है। आखिर ऐसा क्यों होता है? कोई सीधा-साधा कारण खोजना तो मुश्किल है, लेकिन हाँ, इसके पीछे कुछ दिलचस्प वजहें ज़रूर हो सकती हैं। आइए, उन्हीं के बारे में जानते हैं:

1. ज़्यादा उम्मीदें रखना
जो लोग खुद अच्छे होते हैं, वे दूसरों से भी वैसी ही अच्छाई की उम्मीद करते हैं। जितना प्यार, सम्मान, इज़्ज़त और ईमानदारी से वे लोगों के साथ पेश आते हैं, उन्हें लगता है कि सामने वाला इंसान भी वैसा ही करेगा। बस यहीं वे अक्सर मात खा जाते हैं। जब सामने वाला इसके ठीक उलट बर्ताव करता है, तो उनके दिल को ठेस पहुँचती है। कई बार तो अपने सरल स्वभाव के कारण वे धोखा भी खा बैठते हैं। यहीं उन्हें लगने लगता है कि अच्छाई देकर भी न जाने क्यों उन्हें बुराई ही मिलती है।
2. भावनाओं में बह जाना
अच्छे लोग अक्सर काफी भावनात्मक (emotional) होते हैं। जब ये किसी की मदद करने पर आते हैं, तो अक्सर अपनी सीमाएँ भूल जाते हैं और दिल खोलकर सामने वाले की मदद कर देते हैं। इनकी गलती सिर्फ़ यही होती है कि ये सामने वाले में भी वही प्यार और सपोर्ट खोजते हैं, जैसा ये उन्हें देते हैं। लेकिन दुनिया सिर्फ़ अच्छे लोगों से ही नहीं बनती। मतलबी और धोखेबाज़ लोगों से जब इनका पाला पड़ जाता है, तो वे इन्हें अंदर से तोड़ देते हैं।
3. ‘ना’ नहीं बोल पाना
कुछ लोग इस वजह से भी पिसकर रह जाते हैं क्योंकि उन्हें ‘ना’ बोलना ही नहीं आता। ये लोग दिल के इतने साफ़ होते हैं कि इन्हें लगता है कि ऐसा करके कहीं वे सामने वाले को हर्ट न कर दें। बस इसी के चलते लोग इनका आसानी से इस्तेमाल कर लेते हैं और ये कुछ ख़ास कर भी नहीं पाते। लोगों को खुश रखने के चक्कर में ये इतना पिस जाते हैं कि फिर पछताने के सिवाय कुछ नहीं बचता। इसलिए प्रैक्टिकल लाइफ़ में इतना सेंसेटिव और सॉफ्ट होना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। अपने आस-पास एक बाउंड्री सेट करना बेहद ज़रूरी है।
4. सिद्धांतों से समझौता न करना
अच्छे लोगों के कुछ सिद्धांत होते हैं, और वे उनके मुताबिक ही अपनी ज़िंदगी जीना पसंद करते हैं। चाहे कितनी भी परेशानियाँ आ जाएँ, लेकिन ये लोग अपने इन सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करते। इनके लिए अपने नैतिक मूल्य सबसे ऊपर होते हैं। हालाँकि, लाइफ़ कभी भी फ़ेयर (fair) नहीं होती। ऐसे में जब कोई मुश्किल आती है, तब भी ये लोग कोई शॉर्टकट नहीं लेते। इनकी यही अच्छाई कई बार इन पर भारी पड़ जाती है और उन्हें बाकी लोगों की तुलना में ज़्यादा स्ट्रगल करना पड़ता है।
5. ओवरथिंकर होना
अच्छे लोग अक्सर काफी संवेदनशील (sensitive) होते हैं। इसी वजह से वे छोटी-छोटी चीज़ों पर भी घंटों सोचने लगते हैं। हर छोटी बात को भी ये दिल पर ले लेते हैं, जिस वजह से ये काफी जल्दी हर्ट हो जाते हैं। जो बातें शायद किसी और के लिए इतनी मायने न रखती हों या वे उन पर इतना सोचे भी न, इन लोगों के लिए वही बातें बहुत बड़ी हो जाती हैं। इस भावनात्मक ओवरलोड की वजह से कई बार छोटी मुसीबतें भी इनके लिए काफ़ी बड़ी हो जाती हैं।
क्या आप भी इन में से किसी वजह से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करते हैं?