Masik Shivratri 2024 Vrat: हिंदू धर्म शास्त्रों में मासिक शिवरात्रि के दिन और व्रत को बहुत महत्वपूर्ण और उपयोगी माना गया है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. साथ ही उनका व्रत भी किया जाता है. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का पूजन और व्रत करने वाले की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन जो भी सच्चे मन से भगवान का पूजन और व्रत करता है उसको जीवन में सुख और सौभाग्य प्राप्त होता है.
कब है साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि?
साल 2024 की आखिरी मासिक शिवरात्रि 29 दिसंबर रविवार को यानी कल है. 29 दिसंबर को ये तिथि तड़के 3 बजकर 32 मिनट से शुरू होगी. वहीं तिथि का समापन 30 दिसंबर को तड़के चार बजकर एक मिनट पर होगा. इसलिए कल ही मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी और इसका व्र्त भी कल ही रखा जाएगा. इस दिन रात में पूजा महत्व माना गया है. इसलिए पूजा का शुभ मुहूर्त रात के 11 बजकर से 56 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक है.
कुंवारी कन्याओं को भी मासिक शिवरात्रि का व्रत
हिंदू मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत कुंवारी कन्याओं को भी अवश्य ही करना चाहिए. इस व्रत के प्रभाव से कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है. साथ ही भगवान शिव से सुख-समृद्धि और सुखी वैवाहिक जीवन का आशिर्वाद प्राप्त होता है. ये भी एक कारण है कि इस व्रत को बहुत ही विशेष माना जाता है.
ये भी पढ़ें
व्रत दिलाता है वैवाहिक जीवन की परेशानियों से मुक्ति
वहीं उन पुरुषों को भी मासिक शिवरात्रि का व्रत करने लिए कहा जाता है, जिनके विवाह में देरी हो रही हो. व्रत करने से भगवान शिव और माता पार्वती का आशिर्वाद मिलता है. यही नहीं अगर वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ रही हों तो भी मासिक शिवरात्रि का व्रत अवश्य करना चाहिए. मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है.
शिव पूराण में कहा गया है कि जो लोग अपनी शादीशुदा जीवन में परेशानियों का समना कर रहे हैं, वो मासिक शिवरात्रि का व्रत और इस दिन सच्चे मन से पूजा-पाठ करें. ऐसा करने से शादीशुदा जीवन में आने वाली समस्याओं का अंत हो सकता है.
ये भी पढ़ें:Mahakumbh 2025: महाकुंभ में शाही स्नान करने से क्या मिल जाती है पापों से मुक्ति?
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.