
शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए इंग्लैंड दौरे की शुरुआत अच्छी नहीं रही. लीड्स में खेले गए पहले ही टेस्ट में कप्तान गिल और उप-कप्तान ऋषभ पंत समेत बल्लेबाजों के दमदार प्रदर्शन के बावजूद भारत को हार का सामना करना पड़ा. मगर जहां सीनियर टीम का आगाज निराशाजनक रहा, वहीं जूनियर टीम ने धुआंधार अंदाज में अपना खाता खोला. युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी की विस्फोटक पारी और स्पिनर कनिष्क चौहान की घातक गेंदबाजी के दम पर इंडिया अंडर-19 ने पहले वनडे मैच में इंग्लैंड अंडर-19 को 6 विकेट से रौंद दिया.
गेंदबाजों ने बरपाया कहर
इंग्लैंड के होव में ससेक्स काउंटी क्रिकेट क्लब के ग्राउंड में शुक्रवार 27 जून को भारत और इंग्लैंड की अंडर-189 टीम के बीच युवा वनडे सीरीज का पहला मैच खेला गया. इस सीरीज में कुल 5 मैच खेले जाने हैं और पहले ही मैच में भारतीय टीम ने जीत के साथ 1-0 की बढ़त ले ली. टीम इंडिया के लिए इस जीत की बुनियाद रखी युवा ऑफ स्पिनर कनिष्क चौहान ने, जिन्होंने 10 ओवर के अपने स्पैल में सिर्फ 20 रन खर्च किए और इंग्लैंड के 3 बल्लेबाजों को आउट कर दिया.
इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की और ये टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई. कनिष्क के अलावा मोहम्मद एनान, आरएस अम्बरीश और हेनिल पटेल ने भी असरदार बॉलिंग की और तीनों गेंदबाजों ने 2-2 विकेट लिए. इंग्लैंड की ओर से दिग्गज ऑलराउंडर रहे एंड्रू फ्लिंटॉफ के बेटे रॉकी ने एक जुझारू पारी खेली और 56 रन बनाए. वहीं उनके अलावा ओपनर आइजैक मोहम्मद ने सिर्फ 28 गेंदों में 42 रन कूटे. इंग्लैंड अंडर-19 टीम सिर्फ 42.2 ओवर तक ही टिक पाई.फिर वैभव के बल्ले ने उगली आगअब नजरें वैभव सूर्यवंशी और कप्तान आयुष म्हात्रे की ओपनिंग जोड़ी पर थीं, जो पहले ही अंडर-19 लेवल और घरेलू क्रिकेट में अपने-अपने स्टेट की टीम के लिए दमदार शुरुआत कर चुके हैं. साथ ही IPL 2025 में भी तहलका मचा चुके हैं. खास तौर पर 14 साल के वैभव पर सबसे ज्यादा ध्यान था कि क्या वो IPL जैसा कमाल इंग्लैंड में भी दोहरा पाएंगे. मगर इस युवा ओपनर ने अपना जलवा दिखाने में ज्यादा वक्त नहीं लिया और सीधे छक्के-चौकों की बारिश कर दी. वैभव ने सिर्फ 19 गेंदों के अंदर ही 5 चौके और 3 छक्के (8 बाउंड्री) जड़ते हुए ताबड़तोड़ 48 रन कूट दिए.वैभव हालांकि अपना अर्धशतक तो पूरा नहीं कर सके लेकिन उनके इस हमलावर अंदाज के दम पर भारतीय टीम ने सिर्फ 8वें ओवर तक ही 71 रन कूट दिए थे. कप्तान म्हात्रे (21) इस बार छाप नहीं छोड़ सके, जबकि टॉप ऑर्डर के अन्य बल्लेबाज भी कमाल नहीं कर सके. मगर इसके बाद जिम्मेदारी संभाली उप-कप्तान अभिज्ञान कुंडू ने. टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज कुंडू ने सिर्फ 34 गेंदों में तेजी से 45 रन बनाए और 24वें ओवर की अंतिम गेंद पर भारत को 6 विकेट से जीत दिला दी.