
प्रवर्तन निदेशालय
प्रवर्तन निदेशालय के एक सहायक निदेशक से जुड़े कथित रिश्वत के मामले में अब सीबीआई एक्शन में आ गई है. सीबीआई की टीम ने 22 दिसंबर को कई ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई की टीम ने चंडीगढ़ में जाल बिछाया और एक कार से लगभग 54 लाख रुपए जब्त किए. बताया जा रहा है कि सहायक निदेशक विकास दीप चंडीगढ़ से भागने में कामयाब हो गया है.
बताया जा रहा है कि इसके बाद सीबीआई ने शिमला में उनके परिसरों और ईडी के एक जोनल डायरेक्टर के यहां छापेमारी की. इस छापेमारी में ईडी को 56 लाख रुपए बरामद हुए. कुल मिलाकर ईडी ने 1.2 करोड़ रुपए जब्त किए. सीबीआई ने ईडी को भी जानकारी दे दी है. ईडी ने अपनी विभागीय जांच भी शुरू कर दिया है.
इसी तरह का एक अन्य मामला भी रहा है चर्चा
यह ईडी अधिकारी से जुड़े कथित भ्रष्टाचार या रिश्वतखोरी का एक और मामला है. 8 अगस्त को सीबीआई ने कथित रिश्वत मामले में प्रवर्तन निदेशालय के एक सहायक निदेशक को गिरफ्तार किया था. संदीप यादव को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था, यादव को ईडी मुख्यालय नई दिल्ली से संबद्ध किया गया था. वह मुंबई के एक ज्वैलर से रिश्वत वसूलने की कोशिश कर रहा था. ज्वेलर ने इसकी शिकायत सीबीआई से की.
कस्टम से जुड़े घोटाले के आरोपों सी रिश्वत लेने का आरोप
पिछले साल ईडी की शिकायत पर सीबीआई ने सहायक निदेशक पवन खत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. आरोप है किखत्री ने कस्टम से जुड़े एक घोटाले के एक आरोपी से 5 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी. इसके बाद ईडी ने तलाशी ली और 2 करोड़ रुपए की रिश्वत का पैसा बरामद किया था.
1 दिसंबर, 2023 को हुई थी गिरफ्तारी
1 दिसंबर 2023 को तमिलनाडु डीवीएसी ने कथित रिश्वतखोरी के आरोप में ईडी के सहायक निदेशक अंकित तिवारी को गिरफ्तार किया. इससे तनावपूर्ण राजनीतिक गतिरोध पैदा हो गया और मामला अब सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. 2 नवंबर 2023 को, राजस्थान एसीबी ने ईडी के एक अतिरिक्त निदेशक, नवल मीना और उनके सहयोगी को 15 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया.
2 नवंबर 2023 को, राजस्थान एसीबी ने ईडी के एक अतिरिक्त निदेशक, नवल मीना और उनके सहयोगी को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.