शादी की पहली रात को क्यों कहते हैं ‘सुहागरात’? वजह जानकर चौंक जाएंगे आप!

शादी की पहली रात को क्यों कहते हैं ‘सुहागरात’? वजह जानकर चौंक जाएंगे आप!

Suhagrat: हर धर्म में शादी की अलग-अलग रस्में होती हैं. हर रस्मों को आदमी अपने हिसाब से बहुत ही अच्छे तरीके से करना चाहता है. इन रस्मों के पीछे कुछ ना कुछ कहानी भी छिपी होती है. इसी तरह आज हम आपको सुहागरात के पीछे की कहानी बताएंगे. आखिर शादी की पहली रात को सुहागरात क्यों कहा जाता है? क्या है इसके पीछे की कहानी?

अपने सुहाग के साथ होती है पहली रात

लड़कियों की शादी होने के बाद उनकी पहली रात अपने सुहाग के साथ होती है. इसलिए इसको सुहागरात नाम दिया गया है. यह रात एक दूसरे को अच्छे से समझने के लिए होती है. इस रात को हर कोई बेहतर बनाना चाहता है. सभी चाहते हैं कि हम अपने पार्टनर से अच्छी तरह से घुल मिल जाएं और दोनों लोग एक दूसरे को खूब अच्छे से जान लें. जब कोई नया जोड़ा नजदीक आता है तो वह आपस में बात करने में काफी संकोच करते हैं. अभी वह लोग एक दूसरे को अच्छे से समझ भी नहीं पाते हैं.

ना करें ऐसी गलतियां
सुहागरात को भूलकर भी कुछ काम नहीं करने चाहिए. रात को लड़का या लड़की दोनों को ही एक दूसरे से अपने अतीत के बारे में बिल्कुल भी नहीं पूछना चाहिए और ना ही अपने पास्ट को शेयर करना चाहिए. अपनी अपनी फैमिली को लेकर भी बात नहीं करनी चाहिए. खासतौर से अपने परिवार या किसी सदस्यों की बुराई तो बिल्कुल नहीं करनी चाहिए. इसका गलत असर आपके पार्टनर पर पड़ेगा. इस रात अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने में बिल्कुल भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. इससे आपके पार्टनर पर आपका इंप्रेशन खराब पड़ सकता है, जिसकी वजह से वह आप पर नाराज भी हो सकती है. ऐसा कोई भी काम ना करें, जिससे पहली ही रात में रिश्ते में कोई खटास पड़ जाए.