हाथ में इन रेखाएं और चिह्नों के होने पर होती है अकाल मृत्यु, देखिए आपकी हथेली में तो नहीं…

हाथ में इन रेखाएं और चिह्नों के होने पर होती है अकाल मृत्यु, देखिए आपकी हथेली में तो नहीं…

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के हाथ पर बनीं रेखाएं और चिह्न उसके भविष्य और वर्तमान के बारे में बताते हैं। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हाथ में मस्तिष्क रेखा, शनि पर्वत, जीवनरेखा, सूर्य पर्वत और शुक्र पर्वत अहम होते हैं। यहां हम बात करने जा रहे हैं जीवनरेखा, जिसका विश्लेषण करके व्यक्ति की उम्र के बारे में पता लगाया जाता है। वहीं हथेली में कुछ स्‍थान ऐसे हैं जहां क्रॉस का चिह्न होना अकाल मृत्यु या असमय मृत्यु का सूचक माना जाता है। साथ ही ऐसे लोगों को कोई गंभीर बीमारी हो सकती है। आइए जानते हैं इन रेखा और चिह्नों के बारे में…

जीवन रेखा हो ऐसी

हस्तरेखा शास्त्र अनुसार अगर जीवन रेखा जब कई स्थानों पर टूटी-फूटी हो तो इसे खंडित जीवन रेखा कहते हैं। ऐसी रेखा जिस व्यक्ति की हथेली में होती है उसे अपने जीवन के शुरूआत 12 सालों तक कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर जब यह खण्ड रेखा स्पष्ट दिखाई देती है तो 35 साल की उम्र में व्यक्ति किसी गंभीर बीमार से ग्रसित हो जाता है और ये बीमारी लगभग तीन साल तक रहती है।

चन्द्रपर्वत पर क्रॉस का निशान

चन्द्रपर्वत पर क्रॉस चिह्न होने पर व्यक्ति को नदी, तालाब, समुद्र के आस-पास विशेष सजग रहना चाहिए क्योंकि ऐसे व्यक्ति की जल में डूबने की आशंका रहती है।

शनि पर्वत पर क्रॉस का निशान

हस्तरेखा शास्त्र अनुसार शनि पर्वत पर क्रॉस का चिह्न होना बहुत ही अशुभ माना जाता है। इन्हें अक्सर चोट लगती रहती है और इनकी अकाल मृत्यु की आशंका रहती है। साथ ही कोई लाइलाज बीमारी हो सकती है।

द्वीपयुक्त जीवन रेखा

हस्तरेखा विज्ञान अनुसार जिस व्यक्ति की हथेली में द्वीपयुक्त रेखा होती है, उसे अपने जीवन में कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही ऐसे व्यक्ति की मृत्यु कम उम्र में हो सकती है।

बहुशाखी जीवनरेखा

जिस व्यक्ति की जीवन रेखा अंत में जाकर कई शाखाओं में बंट जाती है तो उसे अकाल मृत्यु के योग बनते हैं। जीवन रेखा पर ऐसे चिह्न आमतौर पर 60 या 65 वर्ष की आयु में देखे जाते हैं। साथ ही ये चिह्न बनते और बिगड़ते रहते हैं।

यात्रा रेखा पर क्रॉस का निशान

यात्रा रेखा पर क्रॉस का निशान यात्रा के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने का सूचक माना गया है। ऐसे लोगों की मृत्यु यात्रा के दौरान हो सकती है या गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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