
गौतम अडानी
ईरान और इजराइल के बीच की जंग कम होती दिखाई नहीं दे रही है. खास बात तो ये है कि इस हमले में एशिया के सबसे अमीर कारोबारी को गौतम अडानी को इजराइल में एक बड़े नुकसान की खबरें भी सामने आई थी. लेकिन अब इस नुकसान की सच्चाई सामने आ गई है. अडानी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने रविवार को कहा कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से कंपनी के इजरायल स्थित हाइफा पोर्ट को नुकसान पहुंचने की खबरें झूठी हैं. शनिवार देर रात ईरान ने इस सप्ताह की शुरुआत में तेल अवीव द्वारा ईरानी परमाणु और अन्य ठिकानों पर किए गए हमले के जवाब में इजरायल के हाइफा पोर्ट और पास की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया.
क्या मिली जानकारी?
मामले से अवगत दो सूत्रों ने बताया कि पोर्ट पर रासायनिक टर्मिनल में शार्पनेल गिरे और कुछ अन्य मिसाइल रिफाइनरी पर गिरे. उन्होंने दावा किया कि कोई हताहत नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि किशन वेस्ट (हाइफा बंदरगाह) में इंटरसेप्टर छर्रे का एक टुकड़ा भी मिला, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से पोर्ट उसके ऑपरेशन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. सूत्रों ने कहा कि हाइफा पोर्ट तरह से सामान्य रूप से काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि रविवार को आठ जहाज माल संभाल रहे थे. बंदरगाह में लगभग 700 कर्मचारी हैं.
उन्होंने कहा कि पोर्ट इजराइल में परिवहन मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है और इजराइल सरकार की सुरक्षा तथा अन्य आवश्यकताओं का पूरी तरह अनुपालन कर रहा है. सूत्रों ने कहा कि चीनी पोर्ट (जो हाइफा के बगल में है) भी सामान्य रूप से काम कर रहा है. टिप्पणी के लिए इजराइल सरकार के अधिकारियों से तुरंत संपर्क नहीं किया जा सका. हाइफा बंदरगाह एक महत्वपूर्ण समुद्री केंद्र के रूप में कार्य करता है, जो इजराइल के आयात का 30 प्रतिशत से अधिक संभालता है.
दो साल पहले हुई थी डील
इजराइल में हाइफा पोर्ट में अडानी पोर्ट्स की 70 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसे 2023 में इजराइल के गैडोट ग्रुप के साथ साझेदारी में 1.2 बिलियन डॉलर में खरीदा गया था. नॉर्थ इजराइल में रणनीतिक रूप से स्थित, इस पोर्ट का अडानी पोर्ट्स के सालाना कार्गो वॉल्यूम में लगभग 3 फीसदी का कंट्रीब्यूशन है और इजराइली इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के लिए काफी अहम है. हाइफा पोर्ट एक महत्वपूर्ण समुद्री सेंटर के रूप में काम करता है. जो इजराइल के इंपोर्ट का 30 फीसदी से ज्यादा संभालता है. मिसाइलों ने बंदरगाह के पास एक प्रमुख ऑयल रिफाइनरी को नुकसान पहुंचाया हो सकता है, लेकिन इस पर पड़ने वाले प्रभाव पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई.