बाराबंकी जिला अस्पताल में मोबाइल फोन धमाका, मरीज की पैंट में फटा फोन, दहशत में भागे लोग

-Mobile phone blast in Barabanki District Hospital, phone exploded in patient’s pants, people ran away in panic

Barabanki Hospital: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला अस्पताल में 7 जून 2025 की सुबह एक चौंकाने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया. इमरजेंसी वार्ड में भर्ती एक मरीज की पैंट की जेब में रखा मोबाइल फोन अचानक फट गया. जिससे तेज धमाका हुआ और आग की लपटें उठीं. इस हादसे से वार्ड में मौजूद मरीज उनके परिजन और अस्पताल कर्मचारी दहशत में आ गए. धमाके की आवाज सुनकर लोग इधर-उधर भागने लगे. जिससे कुछ देर के लिए अस्पताल में अफरातफरी मच गई. सौभाग्य से इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. अस्पताल कर्मचारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फायर सिलेंडर की मदद से आग पर काबू पा लिया.

बाराबंकी जिला अस्पताल में मोबाइल फोन धमाका, मरीज की पैंट में फटा फोन, दहशत में भागे लोग

क्या हुआ था?

हादसा सुबह करीब 8:00 बजे कोतवाली नगर क्षेत्र के उज्जवल नगर निवासी अवनीश पाल के साथ हुआ, जो जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती थे. उनकी पैंट की जेब में रखे मोबाइल फोन से अचानक धुआं निकलने लगा और देखते ही देखते तेज धमाका हुआ. धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि लगा जैसे कोई बम फटा हो. धुआं और आग की लपटें देखकर सभी डर गए और बाहर भागे. अस्पताल कर्मचारियों ने स्थिति को संभाला और मरीजों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. अवनीश पाल पूरी तरह सुरक्षित हैं लेकिन इस घटना ने अस्पताल में मौजूद लोगों को डरा दिया.

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली नगर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को धमाके का कारण माना जा रहा है. पुलिस ने फोन के अवशेषों को कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है. बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक ने कहा हम इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं. फोन की कंपनी और बैटरी की गुणवत्ता की जांच की जाएगी ताकि हादसे का सटीक कारण पता लगाया जा सके. अस्पताल प्रशासन ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है और सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का फैसला किया है.

पिछले कुछ महीनों में देशभर में मोबाइल फोन फटने की कई घटनाएं सामने आई हैं. फरवरी 2025 में बाराबंकी के रामनगर में पंकज तिवारी की जेब में वीवो फोन फटने की घटना हुई थी. इसी तरह बिहार के सुपौल में एक मोबाइल धमाके में चार लोग घायल हो गए थे. तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि नकली चार्जर, खराब बैटरी, या फोन का अत्यधिक गर्म होना ऐसी घटनाओं का प्रमुख कारण हो सकता है. एक विशेषज्ञ ने सलाह दी लोगों को चाहिए कि वे केवल प्रमाणित चार्जर और बैटरी का उपयोग करें. फोन को ज्यादा देर तक चार्ज करने या गर्म होने पर इस्तेमाल करने से बचें.

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