
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच इन दिनों काफी तनातनी चल रही है। इस बीच, ट्रंप ने अपनी रेड टेस्ला मॉडल एस कार को बेचने या हटाने पर विचार कर रहे हैं, जिसे उन्होंने मार्च में मस्क की कंपनी को बढ़ावा देने के लिए 80 हजार डॉलर में खरीदा था। राष्ट्रपति ट्रंप ने तब कहा था कि उन्होंने छूट नहीं ली, क्योंकि छूट लेने पर लाभ लेने का आरोप लग सकता था। रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार कई हफ्तों से व्हाइट हाउस में खड़ी है। व्हाइट हाउस के अधिकारी ने बताया कि ट्रंप अब इस कार से छुटकारा पाने पर विचार कर रहे हैं, जो उनके और मस्क के बीच बढ़ते तनाव का प्रतीक है।
दो दिग्गजों के बीच यह विवाद तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने गुरुवार को ओवल ऑफिस में टेलीविजन प्रसारण के दौरान मस्क की आलोचना की, क्योंकि मस्क ने ट्रंप के ‘बिग, ब्यूटीफुल’ खर्च बिल की आलोचना की थी। ट्रंप ने कहा कि वे मस्क से निराश हैं, जिन्हें उन्होंने बहुत मदद की थी। इसके जवाब में, मस्क ने दावा किया कि उनकी वित्तीय सहायता (2024 के चुनाव में 300 मिलियन डॉलर) के बिना ट्रंप चुनाव नहीं जीत सकते थे। इसके बाद दोनों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर तीखे हमले शुरू कर किए। एलन मस्क ने बिना सबूत के यह भी दावा किया कि ट्रंप का नाम जेफ्री एप्सटीन से संबंधित सरकारी दस्तावेजों में है। इस विवाद के चलते टेस्ला के शेयरों में 14% की गिरावट आई, जिससे कंपनी का बाजार मूल्य 150 बिलियन डॉलर कम हो गया।
ट्रंप और मस्क में जमकर कहासुनी
डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क पर ‘ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम’ का आरोप लगाया और कहा कि मस्क को व्हाइट हाउस में न होने की कमी खल रही है। शुक्रवार को खबरें आईं कि ट्रंप और मस्क के बीच फोन पर बातचीत हो सकती है ताकि इस विवाद को सुलझाया जा सके, लेकिन व्हाइट हाउस ने ऐसी किसी योजना से इनकार किया। ट्रंप ने एबीसी न्यूज को बताया कि वे मस्क से बात करने में खास तौर पर रुचि नहीं रखते और मस्क को पागल करार दिया। इस सार्वजनिक झगड़े ने न केवल दोनों के रिश्ते को प्रभावित किया, बल्कि टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी मस्क की कंपनियों के सरकारी करारों पर भी सवाल उठाए हैं। यह विवाद अमेरिकी राजनीति और कारोबारी जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है।