वो 4 बुरी आदतें जिनकी वजह से रूठ जाती है मां लक्ष्मी, ताउम्र रहती है !

वो 4 बुरी आदतें जिनकी वजह से रूठ जाती है मां लक्ष्मी, ताउम्र रहती है !

When Maa Lakshmi Gets Angry: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की सुख-समृद्धि और शांति बनाए रखने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना जरूरी होता है. भागदौड़ भरी जिंदगी में हम कई बार अनजाने में ऐसी आदतें अपना लेते हैं जो नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और आर्थिक तंगी का कारण भी बन सकती हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ कार्यों को करने से व्यक्ति परेशानियों से घिर जाता है और जीवन में तरक्की नहीं कर पाता है. ऐसे में चलिए जानते हैं ऐसी ही 4 बुरी आदतों के बारे में, जो हमारे जीवन में अशुभ प्रभाव डाल सकती हैं.

शाम के वक्त सोना

वास्तु शास्त्र के अनुसार, शाम का समय मां लक्ष्मी के आगमन का होता है. ऐसे में इस वक्त सोना माता लक्ष्मी के अपमान के समान माना जाता है, जिससे आर्थिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसके अलावा ऐसा करने से धन की देवी घर में प्रवेश नहीं करती हैं. ऐसे में शाम के समय सोने से बचना चाहिए. विशेष रूप से उस वक्त जब सूर्यास्त का समय हो.

बिस्तर पर खाना

बिस्तर पर बैठकर भोजन करना न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है, बल्कि यह वास्तु के अनुसार नाकरात्मकता को बढ़ाता है. इससे मानसिक अशांति और तनाव भी बढ़ सकते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, जो लोग बिस्तर पर बैठकर भोजन करते हैं, उनके घर में हमेशा दरिद्रता का वास होता है. जहां दरिद्रता का वास होता है, वहां धन के देवी मां लक्ष्मी का आगमन कभी नहीं होता. इसलिए इस बात का हमेशा ध्यान रखें.

फटे-पुराने जूते पहनना

फटे या पुराने जूते-चप्पल पहनना दुर्भाग्य को न्योता देने जैसा माना जाता है. यह आदत जीवन में बाधाएं उत्पन्न कर सकती है और नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है. फटे-पुराने से जूते-चप्पल पहनने वालों को मां लक्ष्मी कभी पसंद नहीं करती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मां लक्ष्मी का वहीं वास होता है, जहां साफ-सफाई का पूरा-पूरा ख्याल रखा जाता है.

रात में जूठे बर्तन छोड़ना

रात में खाना खाने के बाद जो लोग बर्तन गंदे ही छोड़ देते हैं, उन्हें धन-धान्य की कमी होने लगती है. माना जाता है कि किचन में गंदा छोड़ने से माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं. माता अन्नपूर्णा के नाराज होने से घर में अन्न का संकट गहराने लगता है. मां लक्ष्मी भी ऐसे घरों में कभी वास नहीं करती हैं.