संभल में रंग ला रही है खुदाईमिट्टी हटी तो साफ नजर आए छिपे कमरे और सीढ़ियां “ • ˌ

Excavation is yielding results in Sambhal...when the soil is removed, the hidden rooms and stairs are clearly visible
Excavation is yielding results in Sambhal…when the soil is removed, the hidden rooms and stairs are clearly visible

इस खबर को शेयर करें

चंदौसी/संभल। Sambhal News: शहर के मुहल्ला लक्ष्मण गंज मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में जमींदोज हो चुकी बावड़ी की खोदाई चौथे दिन मिट्टी में छिपे कमरे व सीढ़ियां साफ नजर आने लगी हैं। अब बुलडोजर से नहीं फावड़ों से मिट्टी हटाने का काम किया जा रहा है।

अगर लगातार इसी तरह काम चलता रहा तो एक सप्ताह में पूरी बावड़ी स्पष्ट रूप से सामने आ जाएगी। फिलहाल दो दिन से दो दर्जन कर्मचारी मिट्टी निकालने के काम में लगे हुए हैं। इस बारे में जिला प्रशासन का कहना है कि बावड़ी के क्षेत्रफल में अवैध निर्माण पाया गया तो उसे हटाया जाएगा।

इधर इसी मुहल्ले में स्थित खंडहर में तब्दील हो चुके बांके बिहारी मंदिर की जमीन की नपत कराई गई। इसमें कई बीघा जमीन पर कब्जा पाया गया है।

बीते शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में हिंदू नेता कौशल किशोर वंदेमातरम द्वारा लक्ष्मणगंज में स्थित मंदिर को विलुप्त कर जमीन पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा किए जाने और इसी मुहल्ले में बावड़ी होने का दावा करते हुए उसे अस्तित्व में लाने का अनुरोध जिलाधिकारी को पत्र देकर किया था। इस पर डीएम डॉक्टर राजेंद्र पैंसिया ने अपर जिलाधिकारी न्यायिक सतीश कुमार कुशवाहा एवं तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह को मौके पर जाकर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।

बुलडोजर से खोदाई शुरू करा दी गई
शनिवार को ही बुलडोजर से खोदाई शुरू करा दी गई, लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण काम बंद कर दिया गया। रविवार से लगातार खोदाई एवं मिट्टी हटाने का काम चल रहा है। नक्शे के अनुसार बावड़ी 400 वर्ग मीटर जगह में बनी हुई थी, जबकि मौके पर सिर्फ 210 वर्ग मीटर ही जमीन नजर आ रही है। ऐसे में बाकी की जमीन पर आसपास के लोगों ने पक्का निर्माण कर अवैध कब्जा करने वालों का अतिक्रमण हटाना होगा। ऐसा जिला प्रशासन का कहना है।

डेढ़ सौ वर्ष पुराना बांकेबिहारी मंदिर भी बताया
इधर लक्ष्मण गंज में ही करीब डेढ़ सौ वर्ष पुराना बांके बिहारी मंदिर बताया गया था। इसकी मूर्तियां हटाने के साथ ही ढांचा भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। कौशल किशोर की शिकायत पर अफसरों ने उस स्थान का भी निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया था। मंगलवार को तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह के साथ राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर जाकर मंदिर की जमीन की नापजोख की। बताया जाता कि मंदिर के नाम करीब 14 बीघा जमीन है। इसमें कई बीघा जमीन पर कब्जा कर लोगों ने मकान बनवा लिए हैं। आज इसकी नपत कराई गई।