
धड़ाधड़ भारत आ रहीं चीनी कंपनियां! मुकेश अंबानी के साथ शुरू किया कारोबार
चीनी कंपनियां भारत में एंट्री के रास्ते खोज रही हैं. इनमें फैशन ब्रांड से लेकर ईवी और टेलीविजन मैन्युफैक्चरिंग वाली दिग्गज कंपनियां शामिल हैं. लेकिन चीनी कंपनियों को डायरेक्ट एंट्री न मिलने से ये भारतीय कंपनियों के जरिए भारत में कारोबार करने पर मजबूर हो रही हैं. कई कंपनियों ने तो अपना कारोबार भी शुरू कर दिया है, वहीं कुछ अभी भी कारोबार बढ़ाने के लिए इंडियन पार्टनर्स की तलाश में हैं.
चीनी कंपनियां भारत में फ़िलहाल मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल, ईपैक ड्यूरेबल्स, डिक्सन टेक्नॉलजी जैसी कंपनियों के साथ कारोबार कर रही हैं. वहीं एक फेमस क्लोथिंग ब्रांड जो कभी महिलाओं के लिए वन स्टॉप मार्ट हुआ करता था उसने भी मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया है.
Shien की भारत में एंट्री
हम बात कर रहे हैं चीन के प्रमुख फैशन ब्रांड शीन (Shein) की. शीन फिर से भारत लौट आया है. इसने मुकेश अंबानी के रिलायंस रिटेल के साथ अपना कारोबार शुरू कर दिया है. दरअसल, रिलायंस रिटेल ने शीन का बैकएंड टेस्ट लॉन्च शुरू कर दिया है. इसकी शुरुआत रिलायंस के फैशन और लाइफस्टाइल प्लेटफॉर्म आजियो से हुई है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, शीन ने रिलायंस रिटेल के प्लेटफार्म आजियो पर महिलाओं के लिए कैजुअल और वेस्टर्न वियर की टेस्टिंग और कैटलॉगिंग शुरू कर दी है.
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने पिछले साल शीन के साथ पार्टनरशिप की थी. ताकि वह अपने प्लेटफॉर्म पर भारत में अपनी फास्ट फैशन रेंज बेच सके.
टेलीविजन निर्माता ने भी गड़ाई हैं नजरें
चीन की सबसे बड़ी टेलीविजन निर्माता कंपनी हिसेंस (Hisense) टीवी के पार्ट्स भी बनाती है. अब यह भारत में अपनी नजरें गढ़ा रही है. कंपनी भारत में एंट्री करने के लिए भारतीय अनुबंध निर्माता ईपैक ड्यूरेबल के साथ काम करने पर विचार कर रही है.
ईपैक आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में एक बड़ी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी का निर्माण कर रही है. यहां हिसेंस ब्रांड के तहत एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन और छोटे घरेलू उपकरण बनाए जाएंगे.
वीवो इनके साथ ढूंढ रही अवसर
चीनी स्मार्टफोन कंपनी वीवो भी भारतीय कंपनी के साथ मिलकर अपना कारोबार बढ़ा रही है. हाल ही में इस कंपनी ने भारतीय कंपनी डिक्सन टेक्नॉलजीज के साथ मिलकर नई कंपनी बनाई है. इसके तहत वीवो भारत में स्मार्टफोन बनाएगी.
कैसा हैं दोनों देशों का कारोबार
भारत और चीन के बीच हुए साल 2020 में सीमा विवाद के बाद दोनों देशों के बीच कारोबार के हालात बदल गए थे. भारत ने कई चीनी कंपनियों पर बैन लगा दिया था. लेकिन अब हालात बदल गए हैं. भारत और चीन के बीच कारोबार काफी बढ़ गया है. दोनों देशों के बीच व्यापार इतना बढ़ गया है कि भारत ने अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है.
वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत का चीन के साथ आयात 100 अरब डॉलर से ज्यादा रहा. ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) के डेटा के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 118.4 अरब डॉलर का रहा. हालांकि वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्थिति में कुछ और बदलाव आया.