30 मार्च, 2025 से चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुकी है, और इस दौरान माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जा रही है. घटस्थापना से घरों में माता रानी का आगमन होता है, वहीं मंदिरों में भी नवरात्रि पर विशेष सजावट, भोग और पूजा की व्यवस्था की जाती है. देशभर के देवी मंदिरों में इस दौरान का नज़ारा देखने लायक होता है, जहाँ देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुँचते हैं. आइए, जानते हैं ऐसे ही 5 विशेष देवी मंदिरों के बारे में.
1. माता वैष्णो देवी मंदिर, कटरा
भारत के उत्तर में कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय दुर्गा मंदिरों में से एक है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, वैष्णो देवी भगवान विष्णु की भक्त थीं और उन्होंने ब्रह्मचर्य का पालन किया. भैरों नाथ नामक एक तांत्रिक ने देवी का पीछा करते हुए उन्हें त्रिकुटा पर्वत तक पहुँचा दिया. भैरों नाथ से खुद को बचाने के लिए देवी ने एक गुफा में शरण ली, जहाँ राक्षस देवता उन्हें लगभग 9 महीने तक नहीं ढूँढ पाए. अंततः, वैष्णो देवी ने काली का रूप धारण किया और भैरों नाथ का सिर काट दिया. जिस गुफा में देवी छिपी थीं, वह अब एक प्रसिद्ध देवी मंदिर बन चुका है.
2. मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार के पास सादुलपुर-मलसीसर-झुंझुनू रोड पर बड़ी लम्बोर (लम्बोर धाम) गाँव में स्थित है. इस मंदिर का नाम इस मान्यता से लिया गया है कि देवी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी करती हैं. मंदिर के पीछे की कहानी यह है कि हमीरवासिया परिवार के मुखिया सेठ सूरजमलजी के सपने में देवी आईं और उनसे मंदिर बनवाने के लिए कहा. सूरजमलजी ने जैसा कहा वैसा ही किया और मंदिर बनवाने की ज़िम्मेदारी अपने बेटे को सौंप दी. यह मंदिर 1975 तक बनकर तैयार हो गया और काफ़ी लोकप्रिय हुआ.
3. हरसिद्धि मंदिर, उज्जैन
मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध शहर उज्जैन में भी एक शक्तिपीठ है, जिसका नाम हरसिद्धि माता मंदिर है. इसे देश के प्रमुख शक्तिपीठों में गिना जाता है, क्योंकि यहाँ माता सती की कोहनी गिरी थी. नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं और माँ काली की भव्य आरती भक्तों को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव कराती है.
4. कालीघाट मंदिर, कोलकाता
कोलकाता के इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान दुर्गा पूजा बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है. प्रचलित मान्यता है कि देवी सती के दाहिने पैर का अंगूठा वहीं गिरा था जहाँ आज यह मंदिर है. नवरात्रि के दौरान कालीघाट मंदिर में हज़ारों भक्तों की भीड़ उमड़ती है. यह मुख्य मंदिर 2000 साल से भी ज़्यादा पुराना है और आदि गंगा नामक एक छोटे से जल निकाय के तट पर स्थित है.
5. कामाख्या देवी मंदिर, गुवाहाटी
विश्व भर में प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर असम राज्य के गुवाहाटी में स्थित है. यह मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक है, जहाँ माता सती का योनि भाग गिरा था. कामाख्या देवी मंदिर को तंत्र साधना का मुख्य केंद्र माना जाता है. नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष पूजा की जाती है और दूर-दूर से भक्त देवी के दर्शन के लिए आते हैं.