‘तुम्हारे बिना कोई अर्थ नहीं’, ACP मोहसिन खान और छात्रा के बीच चैट वायरल “ • ˌ

'Life has no meaning without you...', chat between ACP Mohsin Khan and student goes viral
‘Life has no meaning without you…’, chat between ACP Mohsin Khan and student goes viral

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कानपुर। आइआइटी छात्रा से एसीपी द्वारा यौन शोषण के मामले में सोमवार को दोनों के बीच हुए वाट्सएप चैट प्रचलित हो रहे हैं। इनसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों के बीच बहुत कुछ चल रहा था। एक चैट में छात्रा ने लिखा, मैं तुम्हारे साथ हमेशा रहूंगी, अगर तुम चाहते हो कि मैं रहूं। परेशान मत हो मोहसिन।

इस पर मोहसिन ने जवाब दिया, तुम्हारे बिना जीवन का कोई मतलब या अर्थ नहीं है। लगता है हर जगह मेरी खुशी की वजह तुम हो। तुम ऐसा कैसे सोच सकती हो, मैंने अपनी जिंदगी में अब तक का सबसे कीमती खजाना पाया है वो तुम हो। तुम मुझे छोड़ सकती हो, लेकिन मैं तुम्हें कभी नहीं छोडूंगा। मैंने हमेशा तुम्हें प्यार किया है और अपने जीवन की आखिरी सांस तक हमेशा प्यार करता रहूंगा। मेरा वास्तव में यही मतलब है, मेरी प्रिय मार्गदर्शक।

एक अन्य चैट की बातचीत में अश्लीलता भी शामिल है, जिससे लगता है कि दोनों के बीच काफी प्रगाढ़ संबंध थे। इस संबंध में छात्रा के मुताबिक उसने पुलिस को वाट्सएप चैट के करीब 500 पन्ने सौंपे हैं।

एसआइटी ने रोकी जांच, छात्रा ने उठाए सवाल
यौन शोषण पीड़ित छात्रा का भरोसा पुलिस से हटता जा रहा है। हाई कोर्ट के स्टेट के बाद जहां एसआइटी ने जांच रोक दी है, वहीं छात्रा ने विभागीय जांच रुकने और अब तक निलंबन न होने पर सवाल खड़े किए हैं।

आरोप है कि पुलिस अपने अफसर को बचा रही है। वह विचार कर रही हैं कि हाई कोर्ट में अपना वकील भी खड़ा कर सकें। छात्रा का यह भी आरोप है कि यह सब देरी इसलिए की जा रही है, ताकि एसीपी मोहसिन उन्हें दिमागी तौर पर थका दें, ताकि वह समझौता कर ले। इससे उनका नुकसान नहीं होगा।

12 दिसंबर को दर्ज कराई थी एफआइआर
कलक्टरगंज और क्राइम ब्रांच के एसीपी रहे मोहसिन खान पर आइआइटी की शोध छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में 12 दिसंबर 2024 को एफआइआर दर्ज कराई थी। मुकदमा दर्ज होने के तत्काल बाद एसीपी मोहसिन खान का स्थानांतरण पुलिस मुख्यालय कर दिया गया था।

जांच के लिए डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा की निगरानी में चार सदस्यीय जांच समिति जांच कर रही थी। इसी बीच एसीपी मुकदमा रद कराने को हाई कोर्ट पहुंचे थे, जहां से उन्हें गिरफ्तारी और जांच दोनों पर स्टे मिल गया है। इस घटनाक्रम के बाद एसआइटी ने जांच रोक दी है। पिछले तीन दिनों से इस संबंध में कोई जांच नहीं हो रही है। छात्रा ने उन खबरों को झूठा बताया है, जिसमें दावे किए जा गए थे कि उसने व साइबर टीम ने मोबाइल से एसीपी मोहसिन के अश्लील चैट रिकवर किए हैं।

छात्रा ने पुलिस पर खड़े किए सवाल
छात्रा के मुताबिक मोबाइल चैट संबंधी सभी जानकारियां पुलिस को पूर्व में ही दी जा चुकी हैं। वैसे भी हाई कोर्ट ने मुकदमे की जांच रोक रखी है तो ऐसा कैसे हो सकता है। हालांकि इसके साथ ही छात्रा ने कमिश्नरेट पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए।

कहा कि विश्वास में हाई कोर्ट में अपना वकील नहीं खड़ा किया और नतीजा रहा कि सब कुछ मोहसिन के पक्ष में हुआ, क्योंकि पुलिस ने उसके खिलाफ कोई भी साक्ष्य अदालत के सामने पेश नहीं किए थे। वह अब इस पर विचार कर रही हैं कि हाई कोर्ट में अपना वकील खड़ा करे। छात्रा ने सवाल उठाए कि हाई कोर्ट ने उनके मुकदमे जांच पर रोक लगाई है, लेकिन पुलिस ने विभागीय जांच भी रोक दी। 12 दिनों बाद भी एसीपी मोहसिन का निलंबन नहीं होना दर्शाता है कि पुलिस मिली हुई है।