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कहां सो रहे मार्क जुकरबर्ग? Gemini, Grok, OpenAI O3 सब ले आए अपने अपडेट

मार्क जुकरबर्गImage Credit source: सांकेतिक तस्वीर

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उर्फ एआई के आने से लोगों के बहुत से काम आसान हो गए हैं. यही वजह है कि कंपनियां लगातार नए-नए फीचर्स के साथ अपने ऐप्स को अपडेट कर रही हैं. गूगल Gemini, एलन मस्क का Grok और OpenAI O3 ये सभी ऐप्स और प्लेटफॉर्म्स नए अपडेट ले आए हैं लेकिन मेटा एआई का अपडेट कब आएगा?

वहीं, दूसरी तरफ जनरेटिव एआई टेक्नोलॉजी मेटा की सर्वोच्च प्राथमिकता बन गई है, जो सीधे कंपनी के व्यवसाय को प्रभावित करती है. अप्रैल में मेटा ने कहा था कि वह एआई रणनीति के लिए बुनियादी ढांचे के निवेश को सपोर्ट करने के लिए इस साल 10 बिलियन डॉलर तक निवेश को बढ़ाएंगे.

अक्टूबर में विश्लेषकों के साथ बातचीत के दौरान जुकरबर्ग ने कहा था कि यह बात तो स्पष्ट है कि हमारे बिजनेस को गति देने के लिए नई AI टेक्नोलॉजी का उपयोग करना होगा, यही वजह है कि मार्क जुकरबर्ग एआई के लिए निवेश कर रहे हैं.

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OpenAI के एआई मॉडल्स चैटजीपीटी जैसे ऐप्स को पावर देने का काम करते हैं तो वहीं दूसरी ओर मेटा के Llama AI मॉडल्स में यूजर्स एक्सपीरियंस को बढ़ाने के लिए नए जेनरेटिव एआई फीचर्स जैसे कि मेटा एआई डिजिटल असिस्टेंट को शामिल किया गया है. मार्क जुकरबर्ग ने सितंबर में हुए मेटा कनेक्ट इवेंट में कहा था कि मेटा एआई इस साल के अंत तक दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला एआई असिस्टेंट बनने की राह पर है.

मेटा एआई के मंथली एक्टिव यूजर्स

कंपनी अपने ऑनलाइन एडवरटाइजिंग प्लेटफॉर्म में सुधार जारी रखने के लिए एडवरटाइजर के लिए लगातार नए जेनरेटिव AI फीचर्स को जारी कर रही है. एआई के प्रति मेटा के सर्वव्यापी दृष्टिकोण ने विश्लेषकों को यह अनुमान लगाने पर मजबूर किया है कि मेटा 2025 में अधिक सफलता की स्थिति में है. कंपनी मेटा एआई का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या के बारे में लगातार बात कर रही है, मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि मेटा एआई के डिजिटल सहायक के अब लगभग 600 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर्स हैं.

एआई ऐप्स के मंथली एक्टिव यूजर्स

मेटा एआई सर्विस यूजर्स को व्हॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टॉग्राम सभी ऐप्स में मिलती है. मंथली एक्टिव यूजर्स की बात करें तो जेनरेटिव एआई चैटबॉट ऐप्स जैसे कि चैटजीपीटी के पास सबसे ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं. इसके बाद गूगल जेमिनी, माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट जैसे ऐप्स आते हैं.

मेटा एआई वेबसाइट को प्रतिमाह 10 मिलियन से भी कम व्यूज मिल रहे हैं जिस वजह से मेटा एआई प्रमुख एआई प्लेटफॉर्म्स और ऐप्स जैसे कि चैटजीपीटी, जेमिनी आदि से बहुत नीचे है. इस आंकड़े को देखने के बाद मार्क जुकरबर्ग को अपनी रणनीति को थोड़ा बदलने की जरूरत है, कंपनी को अगर बाकी एआई ऐप्स और प्लेटफॉर्म्स को टक्कर देनी है तो नई रणनीति ही नहीं बल्कि नए अपडेट और फीचर्स के साथ यूजर्स का ध्यान अपनी ओर खींचना होगा.